भिक्षावृत्ति मुक्त करने को चला अभियान, 36 को किया रेस्क्यू
जिलाधिकारी ने परखी जमीनी हकीकत

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी में बाल भिक्षावृत्ति रोकने के लिए अभियान चलाया गया। बुधवार को जिलाधिकारी विशाख जी ने अर्जुनगंज एवं टेढी़पुलिया चौराहे का भ्रमण किया। अभियान के दौरान कुल 36 व्यक्तियों,बच्चों,महिलाओं को रेस्क्यू किया गया और 3 वृद्धजनों को वृद्धाश्रम में कराया गया आवासित।
जिसमें भिक्षावृत्ति को प्रोत्साहित करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध किशोर न्याय अधिनियम की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत सुशांत गोल्फ सिटी व गुडम्बा थाना में एफआईआर दर्ज की गयी। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद को बाल भिक्षावृत्ति से मुक्त करने के लिए शहर के 19 मुख्य चौराहों हजरतगंज, सिकंदरबाग, बर्लिंग्टन चौराहा, हुसैनगंज, चारबाग, अवध चौराहा, आलमबाग,
फीनिक्स माल, इन्दिरागांधी प्रातिष्ठान,पॉलीटेक्निक, अलीगंज,कपूरथला, इन्जीनियरिंग कॉलेज,टेढ़ीपुलिया चौराहा, अर्जुनगंज, तेलीबाग, भूतनाथ, लालबत्ती, बंदरियाबाग पर एकेटीयू, नगर निगम, प्रोबेशन कार्यालय की संयुक्त टीम लगाकर सिग्नल्स पर भिक्षावृत्ति करने वालों की सतत् निगरानी करते हुए उनकी काउंसलिंग करके उनको समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के प्रयास किए जा रहे है।
जिलाधिकारी द्वारा अर्जुनगंज चौराहे पर पहुंच कर निगरानी कर रही टीम के साथ संवाद किया गया। टीम द्वारा बताया गया कि इस चौराहे पर एक महिला अपने बच्चे के साथ भिक्षावृत्ति करते मिले थी। जिसको रेस्क्यू किया गया है। जो अपने को रायबरेली जनपद का निवासी बता रही है। टीम द्वारा बताया गया कि महिला से पुछताछ में ज्ञात हुआ कि एक व्यक्ति द्वारा 5-6 महिलाओं को अर्जुनगंज चौराहे पर भिक्षावृत्ति करने के लिए छोड़ दिया जाता है और शाम को वह व्यक्ति इनको वापस ले जाता है।
जिसके सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए की महिला और बच्चे को रेस्क्यू वैन के द्वारा लोकबन्धु हॉस्पिटल पहुंचाया जाए, जहां उनका और बच्चे का स्वास्थ्य परीक्षण और बच्चे का टीकाकरण कराते हुए जनपद रायबरेली के जिला प्रोबेशन अधिकारी से समन्वय करते हुए महिला को उसके निवास स्थान पहुंचा कर उनको सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाते हुए मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य किया जाए। साथ ही निर्देश दिया की जो व्यक्ति महिलाओं को छोड़ने आता है उसके विरुद्ध जिला प्रोबेशन अधिकारी लखनऊ द्वारा ही तहरीर देते हुए मुकदमा दर्ज कराया जाए।
जिसके क्रम में जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा संरक्षण अधिकारी के माध्यम से संबंधित प्रकरण में थाना-सुशान्त गोल्फ सिटी, जिला-लखनऊ में एफआईआर दर्ज कराया गया और टीम द्वारा 34 महिलाओं, बच्चों,व्यक्तियों को रेस्क्यू कर उन्हें मेडिकल व काउन्सलिंग की प्रक्रिया प्रारम्भ करते हुए नाबालिक बच्चों को सीडब्लूसी लखनऊ के माध्यम से पुर्नवासन की कार्रवाई प्रारम्भ की गयी। साथ ही इस प्रकार की गतिविधियों मे संलिप्त व प्रोत्साहित करने वाले व्यक्तियों की पहचान करते हुए नियमसंगत कार्रवाई करने के लिए अर्जुनगंज चौराहे और आस पास के सीसीटीवी कैमरों की जांच करने के निर्देश थाना प्रभारी सुशांत गोल्फ सिटी को दिए गए।
जिलाधिकारी द्वारा टेढ़ी पुलिया चौराहे का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान निगरानी टीम के द्वारा बताया गया कि इस चौराहे पर 01 बच्चे को भिक्षावृत्ति करते हुए पाया गया जिन्हें रेस्क्यू कर सीडब्लूसी के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए व साथ ही सुसंगत धाराओं में थाना गुडंबा में एफआईआर दर्ज कराई गईं। जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए की उप जिलाधिकारी बीकेटी व थानाध्यक्ष द्वारा चौराहे के निकट स्थित बस्ती व ग्राम माती तहसील बीकेटी का विजिट करके सर्वे किया जाए और उनको शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाते हुए उनको मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य किया जाए।
निरीक्षण के दौरान चौराहे स्थित रोटरी पर एक निराश्रित वृद्धजन भिक्षावृत्ति करते पाए गए, जिनको जिलाधिकारी द्वारा रेस्क्यू वैन के माध्यम से ओल्ड एज होम भिजवाया गया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया की सभी टीमें अपने-अपने प्वाइंटों और उनके आस पास के क्षेत्र में निरंतर भ्रमणशील रहे। साथ ही लोकल थानों से समन्वय करते हुए अन्य क्षेत्रों जहां पर भिक्षावृत्ति की जानकारी प्राप्त हो रही है वहां पर भी निगरानी करना सुनिश्चित किया जाए। टीम अन्य क्षेत्र के चौराहों को रैंडमली चिन्हित करते हुए औचक निगरानी करते हुए बाल भिक्षावृत्ति पर अंकुश लगाए।
साथ ही किसी भी सिग्नल पर भिक्षावृत्ति करते हुए या सामान बेचते हुए बच्चे मिले तो उनको चिन्हित करते हुए उनको ट्रैक किया जाए कि वह कहां से आते है और उनके परिवारों की काउंसलिंग करते हुए उनको सरकारी की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाते हुए उनको समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया जाए।
निरीक्षण में मुख्य विकास अधिकारी अजय जैन, उप जिलाधिकारी सरोजनीनगर डॉ सचिन वर्मा, उपजिलाधिकारी, बीकेटी, अपर नगर मजिस्ट्रेट (सप्तम), जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास सिंह, पिछड़ा कल्याण अधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।