परिवहन विभाग ने डीएल ट्रांजेक्शन में दिखाई सक्रियता -परिवहन आयुक्त
जनवरी से जून तक लाखों आवेदनों का हुआ निस्तारण

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग ने ड्राइविंग लाइसेंस आवेदनों का प्रभावी ढंग से निस्तारण किया है। जिसमें प्रदेश स्तर पर कई जिलों ने अपनी कार्यशैली में तत्परता दिखाने का कार्य किया है। यह जानकारी शुक्रवार को परिवहन आयुक्त बीएन सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि
उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग ने 1 जनवरी से 10 जून की अवधि में डीएल ट्रांजेक्शन (नवीनीकरण, अतिरिक्त प्रविष्टि, रिप्लेसमेंट, डुप्लीकेट, पता परिवर्तन आदि) आवेदनों का पुनः गहन विश्लेषण किया है। इस अवधि में कुल 4,05,661 आवेदन प्राप्त हुए। जिनमें से 4,02,524 आवेदन 99.23 फीसदी का समयबद्ध निस्तारण सफलतापूर्वक कर लिया गया है। वर्तमान में केवल 3,137 आवेदन 0.77 फीसदी लंबित हैं, जो विभाग की प्रभावी कार्यप्रणाली और तत्पर प्रशासनिक दक्षता को प्रदर्शित करता है। उन्होंने बताया कि
जिलावार विश्लेषण के अनुसार अधिकांश जिलों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। प्रयागराज में 13,684 में से केवल 189 आवेदन 1.38 फीसदी लंबित रहे। वहीं हापुड़ जिले ने भी बेहतर प्रबंधन दिखाते हुए कुल 3,049 आवेदनों में से सिर्फ 87 2.85 फीसदी आवेदन लंबित रखे।
हालाँकि श्रावस्ती, गोंडा और बलरामपुर जैसे जिलों में लंबित मामलों की दर अपेक्षाकृत अधिक रही है। श्रावस्ती में 5.67 फीसदी (547 में 31 आवेदन), गोंडा में 5.37 फीसदी(2,921 में 157 आवेदन) और बलरामपुर में 4.85 फीसदी (1,299 में 63 आवेदन) लंबित रहे। विभाग द्वारा इन जिलों के लिए विशेष मॉनिटरिंग की व्यवस्था की गई है तथा संबंधित अधिकारियों को लंबित मामलों का शीघ्र समाधान करने के लिए निर्देशित किया गया है।
विभागीय समीक्षा में सामने आया है कि सोशल मीडिया जागरूकता अभियान, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का प्रभावी उपयोग एवं विभाग द्वारा लागू “पेपरलेस, फेसलेस, कैशलेस” नीति ने त्रुटिपूर्ण आवेदनों की संख्या में भारी कमी की है। इससे विभागीय कार्यप्रणाली की पारदर्शिता एवं जनसुलभता में वृद्धि हुई है। वहीं
परिवहन आयुक्त बीएन सिंह ने कहा “हमारा लक्ष्य नागरिकों को तेज़ और सरल सेवाएँ प्रदान करना है। जिलों की नियमित समीक्षा तथा लंबित आवेदनों के समाधान के लिए विभाग द्वारा हर संभव सहायता दी जाएगी।
विभाग प्रदेश की जनता को उच्च गुणवत्ता की सेवाएं देने के लिए निरंतर प्रयासरत है।