उत्तर प्रदेश

मंत्री ने वन विभाग मुख्यालय पर की समीक्षा बैठक 

वृक्षारोपण से लेकर विभिन्न पहलुओं पर सुधार करने के दिए निर्देश 

 

लखनऊ, भारत प्रकाश न्यूज़। प्रदेश में पर्यावरण संरक्षा के लिए बैठक की गयी। मंगलवार को वन विभाग मुख्यालय की सभाकक्ष में आहूत समीक्षा बैठक में राज्य मंत्री वन, जन्तुक उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन अरुण कुमार सक्सेना एवं राज्य मंत्री वन, जन्तुक उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन, उत्तर प्रदेश, केपी मलिक द्वारा वुक्षारोपण 2025 के लक्ष्य प्राप्ति की तैयारी बैठक की। जिसमें सामाजिक वानिकी योजना से आवंटित बजट के सापेक्ष भौतिक एवं वित्तीय प्रगति, वृक्षारोपण स्थलों का भौतिक सत्यापन, वन भूमि हस्तानंतरण एवं वाइल्डलाइफ की अनापत्ति प्रमाण पत्र, कुकरैल नाइट सफारी की डीपीआर की अद्यतन स्थिति से लेकर प्रदेश भर की योजनाओं पर प्रकाश डाला। लक्ष्यों के प्राप्ति के लिए तैयारियों का प्रस्तुतिकरण एवं वन क्षेत्रों में प्रवाहित हो रही नदियों के ट्रेनिंग सम्बन्ध में प्राप्त रिपोर्ट, ट्री ट्रान्सलोकेशन किये जाने के सम्बन्ध में एवं भारतीय वन सर्वेक्षण संस्थान, देहरादून द्वारा प्रकाशित वन सर्वेक्षण रिर्पोट 2023 पर विस्तृत समीक्षा की गयी। विचार विमर्श कर प्रदेश में वनावरण व वृक्षावरण वृद्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुये मुख्यमंत्री मंत्रीगणों, समस्त प्रतिभागियों को आभार व्यक्त करते हुये वनाधिकारियों को बधाई दी। वहीं मंत्रिगणों ने समीक्षा व चर्चा के उपरान्त प्रदेश में प्रत्येक प्रभाग जनपद में वनावनण व वृक्षावरण तथा खुले वन, मध्य घने वन, सघन वन में हुए परिवर्तन का विश्ले षण कर झांसी सहित विभिन्न जनपदों में सफल वृक्षारोपण के कारणों तथा घेरबाड़, पशुओं से सुरक्षा तथा मृदा में नमी को अभिलिखित कर भविष्यव में वृक्षारोपण की सफलता के लिए इन उपायों को और अधिक प्रभावी ढंग से अपनाने का निर्देश दिया। मंत्रिगणों ने निर्देशित किया कि उप्र वृक्ष संरक्षण अधिनियम 1976 के प्राविधानों का कठोरता पूर्वक अनुपालन किया जाये तथा बहुत अधिक संख्या में वृक्षों के पातन अनुमति निर्गत ना की जाए किन्तु ध्यान रखा जाए कि इस के लिए जनसामान्य को किसी कठिनाइयों का सामना न करना पड़े । मंत्रिगणों ने कुम्भ को ध्यान में रखतें हुए प्रयागराज,वाराणसी एवं अयोध्या की सड़कों में वृक्षारोपण विभाग की उपलब्धियों का साइनबोर्ड के माध्यम से व्यापक प्रचार प्रसार का निर्देश दिया। रहमानखेड़ा में भटककर आए बाघ की गतिविधियों का सतत् अनुश्रवण कर बाघ को शीघ्र पकड़ने के निर्देश दिए। मंत्रिगणों ने कहा कि बाघ द्वारा किसी भी व्यक्ति संपति की सुरक्षा हेतु विभाग 24 घण्टे सतर्कता बरते। मंत्रिगणों ने कहा कि पेड़ लगाओं-पेड़ बचाओं अभियान तथा वनों की सुरक्षा में कोई शिथिलता बर्दाश्तन नहीं की जाएगी। इसमें लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों,कर्मचारियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी, इस अवसर पर उप्र जैव विविधता बोर्ड द्वारा तैयार किए गए जैव विविधता कैलेण्डर का विमोचन भी किया गया।प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष सुनील चौधरी ने मंत्रिगणों का स्वागत करते हुए कहा कि आपके मार्गदर्शन में विभाग प्रगति के नए आयाम स्थापित कर रहा है तथा भारतीय वन सर्वेक्षण देहरादून द्वारा निर्गत वन स्थिति रिर्पोट – 2023 के अनुसार वनावरण व वृक्षावरण में वृद्धि की दृष्टि से प्रदेश को देश में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ। श्री चौधरी ने वृक्षारोपण 2025 की प्रगति तथा विभिन्न एजेंण्डा बिन्दुओं पर वन विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों से अवगत कराया। मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उत्तर प्रदेश शासन, प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष,उप्र , प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्यजीव, उप्र एवं मुख्यालय स्थिति वरिष्ठ आधिकारियों सहित समस्त जनपदों की मुख्य वन संरक्षक, वन संरक्षक एवं प्रभागीय वनाधिकारियों ने ऑनलाइन मोड में प्रतिभाग किया।

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