रक्षा मंत्री ने फील्ड गन फैक्ट्री का लिया जायजा
फैक्ट्री की हीट ट्रीटमेंट और नई असेंबली शॉप को परखा
लखनऊ, कानपुर। भारत प्रकाश न्यूज़। स्वदेशी हथियारों को परखने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कानपुर फील्ड गन फैक्ट्री पहुंचकर स्वदेशी रक्षा क्षमताओं का जायजा लिया। शनिवार को
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फैक्ट्री निरीक्षण के दौरान, रक्षा मंत्री ने महत्वपूर्ण स्वदेशी रक्षा क्षमताओं का जायजा लेने के लिए हीट ट्रीटमेंट और फैक्ट्री की नई असेंबली शॉप सहित प्रमुख सुविधाओं की जानकारी ली ।
साथ ही सचिव रक्षा उत्पादन संजीव कुमार, रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव एवं डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ समीर वी कामत मौजूद रहे। शॉप फ्लोर के दौरे के बाद
राजनाथ सिंह को कानपुर स्थित तीन रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों डीपीएसयू एडब्ल्यूईआईएल, ट्रूप कम्फर्ट्स इंडिया लिमिटेड, ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड के सीएमडी और कानपुर स्थित डीआरडीओ प्रयोगशाला, रक्षा सामग्री और भंडार अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान के निदेशक द्वारा जानकारी हासिल की।
इसके पश्चात् नए डीपीएसयू के सीएमडी ने रक्षा मंत्री को उत्पाद प्रोफ़ाइल प्रमुख चल रही परियोजनाओं, आरएंडडी प्रयासों और सेवाओं की आवश्यकता को पूरा करने के लिए उनके द्वारा किए जा रहे आधुनिकीकरण गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।
एडब्ल्यूईआईएल छोटे मध्यम और बड़े कैलिबर गन सिस्टम के निर्माण में माहिर है। टीसीएल के मुख्य उत्पाद लड़ाकू वर्दी, बैलिस्टिक सुरक्षात्मक गियर, अत्यधिक ठंड के कपड़े और उच्च ऊंचाई के लिए टेंटेज हैं।
जबकि जीआईएल के पास भारत में पैराशूट की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी उत्पादन इकाई मानी जाती है। ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश में एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड की एक इकाई है। यह फैक्ट्री टैंक टी-90 और धनुष गन सहित विभिन्न आर्टिलरी गन, टैंकों की बैरल ब्रीच असेंबली विशेषज्ञता हासिल कर रखी है।