बड़ी खबरराष्ट्रीय

रक्षा मंत्री ने प्रशिक्षण संस्थानों के प्रयास को बताया अतुलनीय योगदान 

युद्ध कौशल में निपुण बनाने में प्रशिक्षण संस्थान अग्रसर 

 

डॉ भीमराव आम्बेडकर प्रतिमा पर नमन कर पुष्प अर्पित किए 

मध्य प्रदेश। उत्तर प्रदेश लखनऊ, भारत प्रकाश न्यूज़।भारत के रक्षा मंत्री ने सेना के योद्धाओ को रण कौशल सिखाने वाले संस्थानों का भ्रमण किया।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सैन्य रणनीति और युद्ध कौशल में कर्मियों को कुशल बनाने में भारतीय सेना के प्रशिक्षण संस्थानों के बहुमूल्य योगदान की सराहना की है। रविवार को मध्य प्रदेश के महू में भारतीय सेना के तीन प्रमुख प्रशिक्षण संस्थानों – आर्मी वॉर कॉलेज, इन्फैंट्री स्कूल और मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेलीकम्युनिकेशन एंड इंजीनियरिंग के दौरे पर थे। साथ में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और भारतीय सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। राजनाथ सिंह को कार्यवाहक कमांडेंट द्वारा उन्नत इनक्यूबेशन और अनुसंधान केंद्र की स्थापना और प्रौद्योगिकियों के अवशोषण और परिवर्तन को सक्षम करने की दिशा में विभिन्न समझौता ज्ञापनों के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने राष्ट्रीय खेलों के प्रति उनके योगदान को देखने के लिए सेना की निशानेबाजी इकाई का दौरा किया। रक्षा मंत्री ने इन्फैंट्री संग्रहालय का भी दौरा किया। साथ ही जहाँ उन्हें इन्फैंट्री के इतिहास के साथ-साथ इन्फैंट्री में आधुनिक उपकरणों को शामिल करने के बारे में जानकारी दी गई।रक्षा मंत्री ने एडब्ल्यूसी में आयोजित बड़ाखाना के दौरान तीनों संस्थानों के सभी रैंकों के साथ बातचीत भी की। सैनिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने सीमाओं की रक्षा करने और राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने में भारतीय सेना के जवानों के साहस और सतर्कता की सराहना की। उन्होंने कहा, “आपकी लगन और कर्तव्य के प्रति समर्पण हम सभी के लिए प्रेरणा है। आपकी कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता के कारण ही हमारा देश और इसकी सीमाएं लगातार सुरक्षित और मजबूत होती जा रही हैं। राजनाथ सिंह ने सशस्त्र बलों से वर्तमान भू-राजनीतिक परिदृश्य पर सतर्क नजर रखने और किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए हमेशा सतर्क और तैयार रहने का आह्वान किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे समय होते हैं जब भारत को सीमाओं के साथ-साथ आंतरिक मोर्चे पर भी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में सैनिकों के लिए दुश्मनों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखना और उनके खिलाफ समय पर और प्रभावी कदम उठाना जरूरी हो जाता है। रक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का लक्ष्य 2047 तक भारत को एक विकसित और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाना है और सशस्त्र बल इस लक्ष्य को हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि सैन्य कर्मी हमारी सीमाओं के रक्षक हैं और राष्ट्र निर्माण में अग्रणी हैं। मुझे यकीन है कि आप साहस और समर्पण के साथ हमारी सीमाओं की सुरक्षा करते रहेंगे और 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने में योगदान देंगे। इससे पहले राजनाथ सिंह ने महू में डॉ. बीआर अंबेडकर को समर्पित स्मारक भीम जन्मभूमि का दौरा किया और उनके जन्म स्थान पर भारत रत्न और भारतीय संविधान के निर्माता को श्रद्धांजलि अर्पित की । उन्होंने डॉ. बीआर अंबेडकर को निस्वार्थ सेवा का प्रतीक बताया और कहा कि जिन्होंने अपना जीवन सामाजिक समानता और सशक्तिकरण के लिए समर्पित कर दिया।

Related Articles

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Back to top button