केजीएमयू में पनप रहा चाचा भतीजे का कारोबार, लाखों में लगाई छलांग
माली के पद पर नियुक्त कर्मचारी, कार्य संभालते वित्त विभाग, जिम्मेदार अंजान

आउटसोर्सिंग पर तैनात कर्मचारी बना फर्म संचालक
लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। चिकित्सा संस्थान में दीपक तले अंधेरा वाली कहावत चरितार्थ हो रही रही है। जिसमें संस्थान को चलाने के लिए अनगिनत विभाग और अधिकारी तैनात फिर भी नियमों को ताख पर रखकर कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। इससे तो यही साबित होता है कि संस्थान में कोई कार्य करो उच्च अधिकारियों का अब कोई भय नहीं रहा गया है। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शिकायत कर्ता लखनऊ के राजाजी पुरम निवासी अंकित गुप्ता द्वारा किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के वित्त विभाग में व्याप्त कमियों को उजागर करते हुए जारी पत्र में गंभीर आरोप लगाए हैं। जिसमें शिकायत कर्ता अंकित गुप्ता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक एवं संस्थान कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद को वित्त विभाग में चल रही बन्दर बाट पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जारी पत्र में शिकायत कर्ता द्वारा संस्थान में माली के पद पर नियुक्ति स्थाई कर्मचारी दिलीप कुमार का जो कई वर्षो से वित्त विभाग का कार्यभार संभाल रहें हैं और इतना ही नहीं दिलीप कुमार का भतीजा मोहित जो आउट सोर्सिंग के पद पर संस्थान में कार्य करते हुए एकमी ट्रेड नाम की अपनी फर्म भी चला रहा है जो दिलीप कुमार व भतीजा मोहित की उच्च अधिकारियों की मिलीभगत से उस फर्म से संस्थान द्वारा 10 से 12 लाख के लगभग जेम पोर्टल के माध्यम से खरीदारी भी की गयी है। वहीं जब इस मामले को लेकर मेडिकल रिपोर्टर ने हकीकत से पर्दा उठाने के लिए संस्थान के जानकारों से राय जानी तो दबी जुबान उनका यही कहना रहा कि जिस पद के लिए नियुक्ति हो उस पद पर ही तैनाती दी जानी चाहिए जिससे संस्थान में अनुशासन बना रहेगा। वहीं इस मामले से यही साबित हो रहा है कि अभी भी संस्थान में स्थानांतरण नीति पूर्णतया लागू नहीं की जा सकी है। जिससे दशकों से विभागों में एक ही जगह पर तैनात कर्मचारी मनमाने ढंग से कार्य का यह जीता जागता प्रत्यक्ष उदाहरण साबित हो रहा है। ऐसे में संस्थान को नियमावली व स्थानांतरण नीति को पूर्णतया लागू करना होगा। जिससे स्थितियां विपरीत न बनने पाए। ऐसे ही उच्च अधिकारियों की कार्यशैली रही तो कर्मचारी भी अपने मनमानी तरीके से कार्य करने से बाज नहीं आएंगे। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संस्थान प्रशासन द्वारा इस मामले को लेकर कार्रवाई करने के लिए तत्परता दिखानी शुरू कर दी है। वैसे भी संस्थान द्वारा इस ताबड़तोड़ कार्रवाई से दूसरों को नसीहत भी मिलेगी और नजीर भी साबित होगी।
वित्त विभाग में जो भी नियमविरुद्ध कमियां हैं उन्हें दूर किया जायेगा और फर्म को ब्लैकलिस्ट करने के साथ सम्बंधित कर्मचारी पर कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाएगी।
विनय कुमार राय
वित्त अधिकारी केजीएमयू लखनऊ