कल सोसायटी फॉर इमरजेंसी रेडियोलॉजी का 12वां वार्षिक सम्मेलन
देश-विदेश से 500 से अधिक प्रतिनिधियों के शामिल होने की संभावना

लखनऊ भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी में क्लिनिकली समृद्ध बनाने के लिए सम्मेलन किया जा रहा है। एसजीपीजीआई के रेडियोडायग्नोसिस विभाग द्वारा सोसायटी फॉर इमरजेंसी रेडियोलॉजी के 12वां वार्षिक सम्मेलन SERCON 2025 का आयोजन 22 से 24 अगस्त तक किया जाएगा।
रेडियोलॉजी के क्षेत्र में इसे एक शैक्षणिक महोत्सव के रूप में देखा जा रहा है, जो बौद्धिक रूप से प्रेरक और क्लिनिकली समृद्ध अनुभव देगा।
इसमें भारत और विदेश से लगभग 500 से अधिक प्रतिनिधियों के भाग लेने की संभावना है। SERCON 2025 आपातकालीन रेडियोलॉजी की विभिन्न उप-विशेषताओं जैसे जीआई (गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल) और एमएसके (मस्क्युलोस्केलेटल) इमेजिंग से लेकर हृदयवाहिनी, फेफड़े, न्यूरो और शिशु आपात स्थितियों को कवर करेगा।
इस वर्ष की थीम “फ्रॉम टीयर्स टू ट्विस्टस: मास्टरिंग GI एंड MSK इमरजेंसीज” इस प्रतिबद्धता को दर्शाती है कि यह सम्मेलन सामान्य से लेकर दुर्लभ और अक्सर कठिनता से पहचाने जाने वाले निदान संबंधी चुनौतियों पर गहन चर्चा करेगा।
22 अगस्त को आयोजित होने प्री-कॉन्फ्रेंस कौशल संवर्द्धन वर्कशॉप मुख्य आकर्षण होंगे। विश्व-प्रसिद्ध विशेषज्ञ डॉ. शिवानंद गमनगट्टी और डॉ. अतिन कुमार (एम्स, दिल्ली) ट्रॉमा इमेजिंग और रिपोर्टिंग मानकों के बारीक पहलुओं को स्पष्ट करेंगे।
वहीं पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के डॉ. नवीन कालरा और उनकी टीम उच्च-स्तरीय जी आई इंटरवेंशन मॉड्यूल का संचालन करेंगे। जिसे लेकर चिकित्सीय समुदाय में विशेष उत्साह है।
तीन दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन में वैज्ञानिक सत्र, इंटरैक्टिव केस डिस्कशन, मुख्य व्याख्यान और विशेषज्ञों द्वारा फिल्म-रीडिंग पैनल आयोजित होंगे। वहीं संस्थान निदेशक
पद्मश्री डॉ. राधा कृष्ण धीमन के नेतृत्व में व डा. अर्चना गुप्ता (आयोजन अध्यक्ष) और डॉ. अनुराधा सिंह (आयोजन सचिव) के कुशल प्रयास से यह केवल एक सम्मेलन नहीं, बेहतर रोगी सेवा के लिए कौशल और विज्ञान का एक उत्सव साबित माना जा रहा है।



