गंगा में पाप, यमुना में पुण्य सरस्वती में नहाने से कटता प्रारब्ध -पुण्डरीक गोस्वामी
श्रीमद् भागवत के तीसरे दिन स्नान ध्यान महिमा का वर्णन
लखनऊ, भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी में श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन अमृत पान में स्नान ध्यान का वर्णन किया गया। मंगलवार को श्रीमद् भागवत राधारमण पुण्डरीक गोस्वामी महाराज के अमृत उदगार में भगवान की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि हरि चितम समासरे भगवान का स्वभाव है कि जिसके पास ठाकुर जी पहुँच जाते है। उससे ठाकुर जी जाते नहीं है जो ठाकुर जी के पास पहुँच जाता है वह भी वापस नहीं आता है। गोस्वामी महाराज ने बताया कि गंगा में नहाने से पाप, यमुना में नहाने से पुण्य, सरस्वती में नहाने से प्रारब्ध कटता है। कथा सुनने का मन बनाने से ही श्रीकृष्णा उसके हृदय में विराजमान हो जाते है, जैसे द्वारिकाधीश में मीरा समा गयी थी। कथा में भगवान चित पर विराजमान होते है कई बार हमें बोध नहीं होता है कि हमारे चित में भगवान है, जिस दिन यह मालूम हो जाता है उस दिन से प्रेम ही बदल जाता है। सबसे पहले भगवान कान में आते है उसके बाद अनुभव में, उसके बाद बुद्धि में, फिर मन में, फिर स्वभाव में, अनुभूति में फिर हृदय में प्रवेश करते है फिर चित में प्रवेश करते है। जब हम योग साधन करते है तब काम, क्रोध भय आदि से मुक्ति मिल जाती है। जिस तरह समुद्र में ऊपरी सतह पर लहर होती है अंदर नही होती है इसी प्रकार जब आपको आत्म ज्ञान हो जाता है काम क्रोध से मुक्ति मिल जाती है।वाराह वाणी से बोला गया कि शब्द कथा होती है,दुनिया में सबसे बड़ा सत्य है मारना है उसकी वार्ता कहीं नहीं होती है क्योंकि मरने से हम लोग डरते है जीवन में काल अनिश्चित है। उन्होंने कहा कि इस पर प्रतिदिन चर्चा होनी चाहिए सुकदेव ने कहा है प्रतिदिन अनुभूति करना चाहिए मेरी शरीर ही नष्ट होती है और आत्मा नहीं जब शरीर से थोड़ी आत्मा दूरी बनती है तभी सन्यास का रूप धारण होता है। कथा में बैठने से आत्मा रंजन करती है। राधारमण लाल की जयकारों से पण्डाल भक्तिमय हो गया। सभी भक्त राधा संर्कीतन में लीन होकर आरती की साथ कथा का समापन किया गया। पूरा पंडाल राधामय भजनों गूंजता रहा। वहीं आयोजक अमरनाथ मिश्र ने बताया कि हजारों की संख्या में भक्त कथा प्रारम्भ होने से पहले पण्डाल में बैठ गये भोग लगाकर प्रसाद वितरण किया गया। आज की कथा में मुख्य रूप से विधान परिषद सदस्य के मुकेश शर्मा आयोजक अमरनाथ मिश्र, आरएन सिंह, राजेंद्र कुमार अग्रवाल, लोकेश अग्रवाल, नवीन गुप्ता, शिवम बंसल, आनन्द रस्तोगी, राहुल गुप्ता सुनील मिश्र, मनोज राय, कुश मिश्रा, अनुराग मिश्र, चारू मिश्रा, हनी शुक्ला सिद्धार्थ दीक्षित आदित्य अग्रवाल आदि के साथ भारी संख्या में राधारमन भक्त उपस्थिति रहें। उन्होंने बताया कि कल भगवान का जन्म होगा जो की जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाएगा।