उत्तर प्रदेशधर्म-अध्यात्म

भगवान नरसिंह की निकाली शोभा यात्रा

यात्रा में उड़ा ग़ुलाल, नाचते गाते खेली होली

 

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी में भगवान नरसिंह की शोभा यात्रा निकाली गयी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा नरसिंह भगवान होलिकोत्सव यात्रा समिति के तत्वावधान में होली वाले दिन,रंगोत्सव पर्व का आयोजन ऐशबाग स्थित रामलीला मैदान में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख स्वांत रंजन ने संबोधित करते कहा कि हिंदुओं का प्रत्येक उत्सव आनंद का उत्सव रहता है , समस्त हिन्दू जनमानस देश में ही नही अपितु पूरे विश्व में सामाजिक समरसता का यह पर्व होली बड़े उल्लास एवं धूमधाम से मनाया जाता है। होलिकोत्सव असत्य पर सत्य का , अधर्म पर धर्म की विजय का पर्व है । यह सामाजिक समरसता का अद्भुत परिचायक है इसे समस्त जाति धर्म पन्थ सम्प्रदाय के लोग बड़ी धूम धाम से मानते है । साथ ही स्वान्त द्वारा पुनः स्मरण कराया गया की अभी हाल में ही प्रयागराज में आयोजित सामाजिक समरसता के महाकुंभ पर्व में करोड़ों की संख्या में नर नारी बाल ब्रंद एक साथ एक घाट पर स्नान कर रहे थे ,पूर्व काल में कुछ भ्रम फैलाया गया , परन्तु अब हिन्दू समाज जाग्रत है । वहीं सर्वप्रथम संघ द्वारा प्रार्थना और नरसिंह भगवान की आरती के पश्चात रामलीला मैदान से रंगोत्सव यात्रा प्रारम्भ होकर पीली कालोनी ,मुख्य मार्ग से होते हुए पुनः रामलीला मैदान में समाप्त हुई । यात्रा में सैकड़ों की संख्या में लोगों ने भाग लिया । पूरी यात्रा में सभी लोग भांगड़ा डीजे की धुन पर थिरकते रहे , यात्रा की एक विशेषता थी कि केवल भगवा रंग का गुलाल ही प्रयोग हुआ। जिसमें कई कुन्तल भगवा गुलाल,गुलाब के फूल से वातावरण भगवा मय हो गया । यात्रा में पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के प्रचारक अनिल एवं अवध प्रांत के प्रचारक कौशल, विभाग प्रचारक अनिल , संजय ,हरिश्चंद्र अग्रवाल प्रशान्त भाटिया , तारा, सुरेंद्र बक्शी ,अनुज भाग कार्यवाह ,हरि कुमार, अभय उपाध्याय निखिल स्थानीय,प्रतिष्ठ नागरिक उपस्थित रहे। यात्रा में सैकड़ो लोगों ने भाग लिया । यात्रा का प्रमुख उद्देश्य होली के सम्बंध समाज में फैली क़ुरीति ऊँच नीच तथा भेद भाव को समाप्त कर समरस स्वस्थ समाज की स्थापना करना है । होली का त्योहार आपसी भाई चारा प्रेम तथा सौहार्द पूर्ण वातावरण निर्माण कर ,होली के सम्बंध में व्याप्त नकारात्मक की छवि को समाप्त करना ,एवम् स्वच्छ वातावरण पैदा करना था।

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