ज्ञान के विकास को नवीनतम जानकारी की आवश्यकता – मुक्तिनाथानंद
विवेकानंद अस्पताल में वैदिक मन्त्रोंच्चारण के साथ मना 56वां स्थापना दिवस

मंत्री असीम अरुण, पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह रहे मौजूद
लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। विवेकानंद अस्पताल का स्थापना दिवस मनाया गया। मंगलवार को संस्थान ने द्वीप प्रज्ज्वलन व प्रशिक्षु उपचारिकाओं के वैदिक मन्त्रोंच्चारण के द्वारा अपना 56वाँ स्थापना दिवस समारोह का शुभारम्भ किया। इसी दिन भगवान रामकृष्ण परमहंस के जन्म जयन्ती भी रही। इस अवसर पर निःशुल्क ओपीडी,ओटी तथा रेडियोलॉजी एवं पैथोलॉजी जॉच भी प्रातः 8:30 बजे से दोपहर 12 बजे तक आये हुये रोगीयों को प्रदान की गयी। साथ ही संस्थान ने अपना 38वाँ वार्षिक सतत् चिकित्सा शिक्षा पर सेमिनार हाल में गोष्ठीं आयोजित की गई।जिसमें लगभग 100 से ज्यादा वरिष्ठ चिकित्सक एवं चिकित्सा के परास्तानक छात्र शामिल रहे। बता दें कि इस गोष्ठी का उदेश्य यह सतत् चिकित्सा शिक्षा में सीकेएम कार्डियों रीनल सिंड्रोम व इवोल्यूसन ऑफ कार्डियो थोरेसिक वास्कुलर सर्जरी के साथ-साथ 4 सत्रों में चिकित्सा क्षेत्र से जुडे अन्य विभिन्न पहलुओं पर आधारित थी। वहीं संस्थान के प्रमुख स्वामी मुक्तिनाथानन्द महाराज ने कार्यक्रम में प्रतिभागियों व मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि हमें सतत् ज्ञान का विकास व चिकित्सा क्षेत्र में हो रहे,नवीनतम उन्नति की जानकारी की आवश्यकता है। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि व्यावसायिक शैक्षिक विकास के लिए जीवन पर्यन्त सीखने की आवश्यकता होती है। उन्होंने यह कहा कि रोगियों की अधिक देखभाल और समर्पण के साथ सेवा निरंतर विस्तार से संवर्धित किया जाना चाहिए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. जीएन सिंह, मुख्यमंत्री के सलाहकार उत्तर प्रदेश सरकार एवं पूर्व डीसीजीआई, भारत सरकार ने अपने संबोधन में समाज के निचले स्तर के लोगो के उन्नयन में स्वामी विवेकानन्द द्वारा किये गये कार्यो एवं प्रयासो पर चर्चा करते हुए कहा कि आज के परिदृष्य में स्वामी के शिक्षा ज्यादा प्रासंगिक है। इसके तत्पश्चात संस्थान के 8 वरिष्ठ विशेषज्ञों की अध्यक्षता में 4 सत्रों में वैज्ञानिक प्रस्तुतियों संलग्न विस्तृत कार्यक्रम के अनुसार एक श्रृंखला पेश की गई। जिसमें मेदांता अस्पताल, लखनऊ के नेफ्रोलॉजी, किडनी ट्रासप्लांट विभाग के निदेशक एवं विभागाध्यक्ष डा. आरके शर्मा व यूरोलॉजी विभाग के डा. रोहित कपूर और मैक्स अस्पताल के डा. नकुल सिन्हा एवं थोरैसिक एवं वैस्कुलर सर्जरी में कार्डियोवास्कुलर एवं थोरैसिक सर्जन, पूर्व कुलपति, पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के प्रोफेसर भवतोष बिस्वास जैसे प्रख्यात चिकित्सा सलाहकारों द्वारा व्याख्यान दिए गए तथा प्रश्नोत्तरी सत्र भी चला। संस्थान के स्थापना दिवस समारोह का औपचारिक उद्घाटन मुख्य अतिथि असीम अरुण मंत्री समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किया गया। इसी क्रम में स्वामी मुक्तिनाथानन्द ने कहा कि अस्पताल ने अपनी शुरूआत 1970 मे भगवान श्री रामकृष्ण परमहंस के जन्म जयन्ती के अवसर पर किया था तभी से प्रत्येक वर्ष आज का दिन समपर्ण दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज 50 वर्षो बाद हम अपने पुराने कर्मचारियों के समपर्ण को याद कर रहे है और उन्हें अभार प्रकट कर रहे है। उन्होंने जोर देते हुये बताया कि स्वामी के उद्देश्यों का अनुशरण करते हुये इस संस्थान को बढते रहना चाहिए। इस मौके पर अस्पताल अधीक्षक एवं नेफ्रोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डा. देबाशीष शाहा ने अस्पताल के वार्षिक रिपोर्ट को प्रस्तुत किया और सराहनीय प्रदर्शन करने के लिए कंसल्टेंट्स, डीएनबी छात्रों, नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ को कड़ी मेहनत करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कर्मचारियों को लगातार प्रेरित करने और एनएबीएच आवश्यकताओं के अनुसार अस्पताल के बुनियादी ढांचे और चिकित्सा उपकरणों को विकसित करने में सहयोग प्रदान करने के लिए स्वामी मुक्तिनाथनन्द महाराज के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की। साथ ही असीम अरुण ने संस्थान के समर्पण दिवस में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित होने के लिए अपना धन्यवाद व्यक्त करते हुए साथ ही साथ उन्हांने कहा स्वामी विवेकानन्द की उपदेशो से प्रेरणा से काफी प्रेरित है। उन्होने गरीब मरीजो के किफायती इलाज में अनुकरणीय योगदान के लिए अस्पताल प्रबन्ध की सराहना की। साथ ही साथ डीएनबी एव नर्सिग छात्राओँ को गुणवत्ता युक्त शिक्षा मुहैया कराये जाने के लिए सराहना की।
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए सम्मानित छात्र..
इसके साथ ही सर्वश्रेष्ठ प्रर्दशन के लिए एमएससी की छात्रा चाँदनी कुमारी, बीएससी की छात्रा रितु सिंह, जीएनएम की छात्रायें दिव्या रस्तोगी व विभा वर्मा को वर्ष 2024-25 के लिए डॉ नरोत्तम लाल गोल्ड मेडल एवं सार्टिफिकेट देकर सम्मानित किया। पैरामेडिकल (कार्डियो तकनीशियन) में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली छात्रा भावना गौतम को डा. रमेश चन्द्रा मेमोरियल गोल्ड मेडल एवं सार्टिफिकेट द्वारा सम्मानित किया गया। विभिन्न खेल-कूद स्पर्धाओं के लिए पुरस्कारों का वितरण भी हुआ। जिसमें सर्वश्रेष्ठ खिलाडी महिला विनस सिंह, सर्वश्रेष्ठ खिलाडी पुरूष सुशांत पाल को दिया गया। वही क्रिकेट के फाइनल में मैन ऑफ द मैच व मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार अखिल मुखर्जी को दिया गया तथा सर्वश्रेष्ठ खिलाडी महिला (नर्सिग) वैशाली गौतम को दिया गया। उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी एवं रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम के कार्यकारणी समिति के उपसचिव डॉ. विक्रम सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।