पीजीआई में होगा आईएएमएम पीजी असेंबली का आयोजन
संक्रमण व नवीन तकनीक पर तीन दिवसीय करेंगे मंथन
लखनऊ,15 अक्टूबर। संक्रमण से होने वाली मौत व नवीन तकनिकि पर स्वास्थ्य विशेषज्ञ मंथन करेंगे। संजय गाँधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा इंडियन एसोसिएशन ऑफ मेडिकल
माइक्रोबायोलॉजिस्ट (आईएएमएम) स्नातकोत्तर असेंबली उत्तरी क्षेत्र का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें
उभरते संक्रमण, रोगाणु रोधी, प्रतिरोध रोग जोखिम, अस्पताल में भर्ती होने व मृत्यु दर में वृद्धि के समाधान के लिए सूक्ष्म जीव विज्ञानियों और चिकित्सकों की एक बहु-विषयक टीम की आवश्यकता पर मंथन किया जायेगा।
बता दें कि यह आयोजन आज यानि 16 से 18 अक्टूबर तक आईएएमएम पीजी असेंबली 2024 – उत्तरी क्षेत्र की मेजबानी करेगा। ऐसा यह प्रदेश में पहली बार किया जा रहा है। क्लिनिकल माइक्रोबायोलॉजी के भविष्य को
अपनाना, बुनियादी बातों से स्वचालन तक थीम के तहत पूरे भारत के 24 युवा प्रतिभागियों के लिए तीन दिवसीय व्यावहारिक कार्यशाला शामिल है। ज्ञात हो कि पहले
बैक्टीरियोलॉजी प्रक्रियाओं में कम से कम 72 घंटे लगते थे, माइकोलॉजी रिपोर्ट में 15-21 दिन और टीबी रिपोर्ट में 6-8 सप्ताह लगते थे। नए स्वचालित तरीकों ने उच्च गुणवत्ता वाली रोगी देखभाल की मांग को पूरा करते हुए, टर्नअराउंड समय को काफी कम कर दिया है।
कार्यक्रम के साथ युवा माइक्रोबायोलॉजिस्ट को तीन दिनों तक प्रशिक्षण के साथ व्याख्यान, व्यावहारिक सत्र शामिल है।