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आदि शक्ति मां इस बार हाथी की सवारी से आगमन – राजेश शुक्ल

माँ के अलग- अलग स्वरूपों के पूजन करने से मिलेगा लाभ

 

 कल से नवरात्रि प्रारम्भ, नौ दिनों तक माँ की उपासना 

 लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। देश दुनिया में आदि शक्ति माता की उपासना सोमवार यानि कल से प्रारम्भ हो रही है। इस शारदीय नवरात्रि पर आदि शक्ति माता हाथी पर सवार होकर आगमन हो रहा है।

यह जानकारी रविवार को नगर अध्यक्ष धर्म रक्षा संघ आचार्य राजेश शुक्ल से हुई बातचीत में जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि

नवरात्रि में विशेष रूप से पवित्रता का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। इस बार कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त प्रातः काल सूर्योदय से आरम्भ हो रहा है। नवरात्रि में मां के नौ रूपों का पूजन करना चाहिए। जिसमें

मां को लाल चुनरी, लाल पुष्प, मिष्ठान्न, फल,गाय के घृत का दीपक अर्पण करना चाहिए। आचार्य शुक्ल ने बताया किप्रथमं शैलपुत्री च द्वितीयं ब्रह्मचारिणी। तृतीयं चन्द्रघण्टेति,कूष्माण्डेति चतुर्थकम्।।पंचमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च। सप्तमं कालरात्रिति महागौरीति चाष्टमम्।।नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गा: प्रकीर्तिता:।उक्तान्येतानि नामानि ब्रह्मणैव महात्मना ।।

जानें माता के नौ स्वरूपों का प्रभाव..

राजेश शुक्ल का कहना है कि माता के नौ रूप इस प्रकार है। जिसमें शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी , सिद्धिदात्री। उन्होंने बताया कि 1 अक्टूबर को नवमी और 2 अक्टूबर को दशमी मनाई जाएगी।

माता के मूल मंत्र।।ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।। का जप नित्य 108 बार करना चाहिए। साथ ही नित्य कन्या पूजन भी करना चाहिए। विशेष फल की प्राप्ति के लिए नित्य कन्याओं के चरणों का पाद प्रक्षालन करें, तिलक करके मिष्टान्न और फल खिलायें और सभी वर्णों की कन्याओं का पूजन श्रद्धा के साथ करें। आचार्य शुक्ल ने कहा कि

पुराणों में चारों वर्णों की कन्याओं की अद्भुत महिमा बताई गई है। ज्ञान प्राप्ति के लिए ब्राह्मण कन्याओं का पूजन करें।बल प्राप्ति के लिए क्षत्रिय कन्याओं का पूजन। धन प्राप्ति के लिए वैश्य कन्याओं का पूजन करें।

रोग मुक्ति एवं पाप मुक्ति के लिए चतुर्थ वर्ण की कन्याओं का पूजन करें। वहीं नवरात्रि में बारह राशियों का पृथक- पृथक फल बताया गया है।

जानें राशियों के फायदे नुकसान..

मेष-शुभ, वृष-शुभ, मिथुन-कष्ट, कर्क -धन लाभ,सिंह – अपमान की आशंका,कन्या-भौतिक सुख का लाभ, तुला – शारीरिक परेशानी ,वृश्चिक- परिवार में प्रेम बढ़ेगा ,धनु-नये वाहन की प्राप्ति,मकर -घर में सुख शांति समृद्धि बढ़ेगी ,कुंभ राशि वालों को अचानक धन लाभ होगा। मीन परिवार में कलह क्लेश का वातावरण बन सकता है।

राजनीति के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आयेगा। आचार्य राजेश शुक्ल ने बताया कि मौसम में वर्षा के योग बन रहे हैं,आकाशीय लक्षण अच्छे नहीं दिख रहे हैं। चन्द्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण का इतनी जल्दी पड़ना भी शुभ संकेत नहीं हैं।

इसलिए सभी मां दुर्गा के भक्तों को इस बार गाय के घी का दीपक पूरे नवरात्रि अपने घर में प्रज्ज्वलित करना चाहिए ।इससे सम्पूर्ण मनोरथ अवश्य पूर्ण होगी। नवरात्रि में विशेष फल की प्राप्ति के लिए श्री दुर्गासप्तशती और श्रीराम चरित मानस का पाठ सभी को करना चाहिए।

नवरात्रि के पहले ही दिन अपने घर की छत पर लाल झंडा लगायें। इससे आपका यश बढ़ेगा।

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