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हमें अपने कर्तव्यों को समझना होगा- मुख्यमंत्री

मॉक ड्रिल में सिविल डिफेन्स की दिखी तत्परता

 

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी में बमबरी के साथ घरों से उठती आग की लपटो और चारों तरफ फैला अंधेरा व बचाओ – बचाओ की गूंजती आवाजों के दृश्य ने सबको युद्ध जैसे हालातों का अनुभव करा दिया हो ऐसा माना जा रहा है। यह कहीं और नहीं बुधवार को रिज़र्व पुलिस लाइन्स में आयोजित मॉक ड्रिल ब्लैक आउट के दृश्य का है।

जहाँ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस लाइन पहुंचकर मॉक ड्रिल का अवलोकन किया। उन्होंने कहा की एक नागरिक के रूप में हमें अपने कर्तव्यों को समझना होगा और पूरी मजबूती के साथ अपनी सेनाओं के साथ खड़ा होना होगा। जिनका लोहा आज पूरी दुनिया मान रही है। मुख्यमंत्री ने

मॉक ड्रिल के इस कार्यक्रम से जुड़ी सभी संस्थाओं का धन्यवाद दिया। साथ ही मंत्री सुरेश खन्ना,मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, प्रमुख सचिव गृह,डीजीपी जिलाधिकारी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। वहीं मॉक ड्रिल में युद्ध के दौरान हवाई हमला बजते सायरन और चौतरफा अंधेरा हवाई लड़ाकू विमान की गड़गड़ाहट और ताबड़तोड़ बमबारी, हवाई हमले में हुए विस्फोट से इमारतों का ढहना,कई स्थानों पर आगजनी, वाहन क्षतिग्रस्त, आमजनों की चीख

पुकार जैसी आपदा की स्थिति में नागरिको व घायलों की सूचना मिलते ही सिविल डिफेंस वार्डेन सेवा के स्वयंसेवकों द्वारा बचाव व राहत कार्य का बखूबी प्रस्तुति दी। बुधवार को राजधानी के रिज़र्व पुलिस लाइन ग्राउंड में हुई नागरिक सुरक्षा द्वारा आयोजित वृहद स्तर पर मॉकड्रिल में आतंकी हमले से बचाव कार्य किये गये।

वहीं ब्लैकआउट मॉकड्रिल में चीफ़ वार्डेन अमरनाथ मिश्रा सिविल डिफेंस टीम के साथ रेस्क्यू जुटे रहे। उन्होंने आतंकी हवाई हमले में लगी भीषण आग और आग में फंसे लोगों को अत्याधुनिक उपकरणों की मदद से चीफ वार्डेन अमरनाथ मिश्रा ने घायल को रेस्क्यू किया।

साथ ही सिविल डिफेंस के चीफ वार्डेन अमरनाथ मिश्रा ने बताया कि मॉकड्रिल ब्लैकआउट जो कि युद्ध के दौरान जनधन की क्षति को कम करने के लिए क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था को तत्काल रोक लगाना। जलते हुए गैस सिलेंडर को बाहर निकालकर उसकी आग पर काबू पाना। हवाई हमले में घरों में लगी आग को बुझाने, घरों में फंसे लोगों को बचाओ कार्य और घायलों को तत्काल प्राथमिक उपचार देने का कार्य सिविल डिफेंस के वार्डेनों द्वारा ही संभव हो सकता है। जिसे तत्परता के साथ निभाया गया।

उन्होंने बताया कि सिविल डिफेंस द्वारा ब्लैकआउट मॉकड्रिल समय- समय आयोजित कि जाती रही है। भारत सरकार के गृह मंत्रालय की गाइड लाइन के अनुसार देश के 244 स्थानों पर सिविल डिफेंस के तत्वाधान में किया जाना सुनिश्चित किया गया था। जिसके परिपेक्ष्य में सिविल डिफेंस से जुड़ी गतिविधियों को निरंतर किया जाता रहा है। वृहद स्तर पर ब्लैकआउट मॉकड्रिल अभ्यास ताकि स्वयंसेवकों और प्रशिक्षित हो सकें और अधिक से अधिक आम नगारिकों को भी जागरुक किया जा सके।

इस मौके पर नागरिक सुरक्षा के डिप्टी चीफ वार्डेन गुरप्रीत सिंह सेठी, स्टॉफ ऑफिसर ऋतुराज रस्तोगी, उपनियंत्रक अनिता प्रताप, वरिष्ठ सहायक उपनियंत्रक मनोज वर्मा, सहायक उपनियंत्रक ऋषि कुमार, ममता रानी, मुकेश कुमार, रेखा पाण्डेय, डिविजनल वार्डेन सुनील कुमार शुक्ला, सुनील कुमार शुक्ला, कृपाशंकर मिश्रा, प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, राजेंद्र श्रीवास्तव, रामगोपाल सिंह, नफीस अहमद सहित वार्डेन शामिल रहे।

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