व्यापारियों ने जाम के झाम से त्रस्त होकर संयुक्त पुलिस आयुक्त को सौंपा ज्ञापन
लखनऊ व्यापार मंडल ने पूरे शहर में अतिक्रमण पर उठाये सवाल

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी में जाम के झाम से त्रस्त होकर व्यापारियों ने सवालों की झड़ी लगा दी ।
गुरुवार को लखनऊ व्यापार मंडल अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा की नेतृत्व में व्यापारी पदाधिकारियों ने पूरे शहर में अतिक्रमण से अवगत कराते हुए संयुक्त पुलिस आयुक्त क़ानून व्यवस्था को ज्ञापन सौंपा।
जिसमें व्यापारियों ने एक स्वर में कहा कि व्यापारी समाज आज शहर एवं प्रदेश की कानून व्यवस्था से सन्तुष्ट है,परन्तु यातायात व्यवस्था शहर की चौपट है। लखनऊ शहर में जब कमिश्नरेट लागू हुई थी तो व्यापारी वर्ग को आशा थी की शहर में सुगम यातायात व्यवस्था मिल पायेगी।
जिससे कारोबार में बृद्धि होगी,फिर भी यातायात व्यवस्था में कोई सुधार देखने को नहीं मिल रहा है, जैसे पहले था वैसे ही आज भी है। शहर ही प्रमुख बाजारों में जाम की स्थिति बनी हुई है। जिससे पुरानी बाजारे अपना अस्तित्व खोती जा रहीं है। पूर्व में स्थानीय व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों के साथ प्रत्येक माह में एक बैठक होती थी जो कि कुछ समय से नहीं हो रही है, इसे पुनः बैठक होनी चाहिए जिससे स्थानीय समस्या हल हो सकेंगी।
व्यापारियों ने गिनाई बाजारों में पनपती समस्या..
अमीनाबाद बाजार बहुत पुरानी बाजार है,फिर भी पटरी दुकानदार एवं के कारण वहां निकलना तक दूभर है। जब कोई उच्चाधिकारी आते है तो बाजार साफ हो जाती है तो यह व्यवस्था प्रतिदिन क्यों नहीं लागू हो सकती है।
पूर्व में अमीनाबाद बाजार में ट्राॅफिक पाॅइन्ट बनाये गये थे तो वहां की कुछ हद तक यातायात व्यवस्था सुधार हुई थी परन्तु कुछ दिन बाद ही वहां से ट्राफिक पुलिस हटा ली गयी और व्यवस्था जस की तस हो गयी। हमारी मांग है पुनः बाजार में बने ट्राफिक पाॅइन्टों पर यातायात पुलिस की स्थायी तैनाती की जाय ताकि बाजार अपने अस्तित्व को बचा सके।
यहियागंज बाजार में रकाबगंज चैराहे पर लगे सब्जी के ठेले एवं रेलवे लाइन के किनारे खाली पड़ी जगह पर 4पहिया वाहन दिन रात खड़े रहते है। जिसके कारण सुभाष मार्ग पर दिन भर जाम की स्थिति बनी रहती है।
ऐसे में एम्बुलेन्स तक निकलना दूभर रहता है। इसे सब्जी के ठेले एवं खड़े वाहनो को हटाया जाय ताकि उस जगह पर लोडिंग अन लोडिंग का कार्य किया जा सके। जिससे जाम की स्थिति समाप्त हो सके और रकाबगंज पुल पर ट्राॅफिक पुलिस की तैनाती की जाय।
नक्खास बाजार में बराबर से 3-3 लाइने लगा ठेले रखें है,और यदि दुकानदार की गाड़ी रोड पर खड़ी होती है तो पुलिस चालान काट देते है एक तरफ तो पुलिस अवैध रूप से लगे ठेले को हटा नहीं रही है दूसरी तरफ सरकार को टैक्स देने वाले व्यापारी का चालान काटा जा रहा है जब पार्किग की व्यवस्था नहीं है तो आने वाले खरीदार की गाड़ी दुकान के सामने ही खड़ी होगी।
पुलिस की दोहरी रवैया ठीक नहीं है नक्खास मार्केट के भीतर एल.डी.ए की बनी पार्किग पर अवैध कब्जा है जिसे खाली कराया जाय और वहां पर व्यापारियों के लिए आरक्षित की जाय। चौक बाजार सकरा एवं घना बाजार है, सराफा का करोबार होने के कारण संवेदनशील है। इसके बाउजूद चौक चौराहे के आस पास वेंडरो द्वारा अतिक्रमण कर रखा है।
जिससे निकलना मुश्किल होता है, चरक चौराहा तो ई-रिक्सा का कब्जा है। कई बार इस पर बात हुई परन्तु कोई हल न निकल सका चरक चैराहा पर पूणतयः ई-रिक्सा प्रतिबन्धित होना चाहिए। वहीं व्यापारियों सुझाव देते हुए कहा कि चरक चौराहे से नक्खास की तरफ चलने वाले रिक्सा को विक्टोरिया स्ट्रीट पर ही रोका जाय, ठाकुरगंज एवं मडियावं के लिए घंटाघर से रिक्सा का संचालन किया जाय।
चारबाग कैसरबाग के लिए मेडिकल कालेज चैराहा क्वीनमेरी के पास से संचालित किया जाय और चरक चैराहा मेडिकल कालेज चैराहा एवं चैक चैराहे पर स्थायी ट्राफिक पुलिस लगायी जाय ताकि ई-रिक्सा का संचालन सही ठंग से हो सके। नाका में पुल के नीचे अवैध अतिक्रमण है,जिससे सर्विस लेन पर निकलना दूभर है पुलिस के द्वारा अवैध अतिक्रमण को हटाया नहीं जाता है।
जब कभी भी अतिक्रमण अभियान चलाया जाता है,कुछ देर के लिए ठेले हटवा दिये जाते है और पुलिस की मिली भगत से पुनः अतिक्रमण होने लगता है। जब एक बार अतिक्रमण मुक्त हो जाय तो पुनः यदि अतिक्रमण वहां लगता है तो उस थाने की जिम्मेदारी होनी चाहिए। विजय नगर पुलिया के पास अवांछित तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है।
आलमबाग बाजार में अतिक्रमण अत्याधिक है, सब्जी के ठेले रोड पर लगे होने के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है आलमबाग सर्राफा बाजार होने के कारण संवेदनशील है। जैसा की पूर्व में पीली पट्टी डालकर व्यापारियों के लिए वाहन पार्किग आरक्षित गिये गये थे जिससे सड़क पर इधर उधर वाहन पार्किग नहीं होते थे, फिर भी सड़क बन जाने के कारण पीली पट्टी बन्द हो गयी उसे पुनः डाला जाय ताकि व्यापारिक वाहन निर्धारित स्थान पर खड़े हो सके।
और आलमबाग चैराहे पर स्थियी ट्राॅफिक पुलिस की तैनाती की जाय। बुद्धेश्वर चैराहे पर अतिक्रमण होने के कारण दिन भर जाम लगा रहता है,जिससे व्यापार प्रभावित होता है बुद्धेश्वर चौराहे को अतिक्रमण मुक्त किया जाय।
पत्रकारपुरम बाजार में भी फुटपाथ एवं ई रिक्सा वालो का बोलबाल है एक बार अतिक्रमण हटाया जाता है,पुनः अतिक्रमण लग जाता है। जिस थाने में अतिक्रमण हटाया जाय वहां के थाने दार की जिम्मेदारी होनी चाहिए। अयोध्या रोड अवैध रूप से फुटपाथ पर लगी फर्नीचर की दुकानों को हटाया जाय ताकि जाम से मुक्ती मिले तो व्यापार सुगम हो सके।
निशातगंज कपूरथला डंडाईया आदि बाजारों में ठेले फुटपाथ पर अतिक्रमण है जिससे व्यापार प्रभावित होता है और चलना भी दूभर रहता होता है। डालीगंज बाजार में अतिक्रमण लगा रहता है, हाथी डाला दिन भर रोड पर खड़े रहते है उन्हें निर्देशित किया जाय कि केवल लोडिंग अन लोडिंग के समय बाजार में डाला लाये बाकी समय अपना वाहन बाहर खड़ा करें ताकि बाजार में जाम न लगे।
शहर ही प्रमुख बाजारों में जाम की स्थिति बनी हुई है। जिससे पुरानी बाजारे अपना अस्तित्व खोती जा रहीं है।



