मुख्यमंत्री ने अटल कर्मभूमि पर सुशासन सप्ताह का किया शुभारंभ
पर्यटन मंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री रहे मौजूद
लखनऊ, भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी में अटल की कर्मभूमि पर सुशासन सप्ताह की शुरुआत की गई। गुरुवार को बतौर मुख्य अतिथि उप्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोमती नगर स्थित संगीत नाटक अकादमी में फीता काटकर सुशासन सप्ताह का शुभारम्भ किया। साथ उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री सम्बोधित करते हुए कहाकि अटल का जन्म और कर्मभूमि उत्तर प्रदेश ही रही है और उन्होंने अपने जीवन में एक कुशल पत्रकार, राजनीतिकार, साहित्यकार की हस्ती के रूप विख्यात हुए। आज उन्हीं की जन्म जयंती के उपलक्ष्य में 19 से 25 दिसंबर तक सुशासन सप्ताह की शुरुआत की गई है जो प्रदेश स्तर पर स्कूल कॉलेज में आयोजित की जायेगी। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत रत्न स्व अटल ने अपने जीवनकाल में राष्ट्र का मस्तक गर्व से ऊंचा किया। वह पहले ऐसे विदेश मंत्री थे, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र में हिंदी में भाषण दिया। अपने कार्यकाल के दौरान राष्ट्र के विकास के लिए जो कार्य किए, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने भारत को जिन ऊंचाइयों तक पहुंचाने का संकल्प लिया था, उसे देश की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार पूरा कर रही है। एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना के अनुरूप निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। जयवीर सिंह ने कहा कि प्रत्येक नागरिक को राष्ट्र प्रथम का संकल्प लेकर आगे बढ़ने की आवश्यकता है। केन्द्र व राज्य सरकार भारत को वर्ष 2047 तक पुनःः विश्व गुरु का सम्मान दिलाने के लिए कार्य कर रही है। देश को सामरिक और आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए निरन्तर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें पूर्ण विश्वास है कि आजादी के शताब्दी वर्ष तक भारत दुनिया का विकसित राष्ट्र बनेगा। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने अपने सम्बोधन में कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर सुशासन सप्ताह की शुरुआत की गई। उन्होंने अटल के चरणों में नमन करते हुए उनके महान व्यक्तित्व और आदर्शों का स्मरण किया। उपाध्याय ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन प्रेरणा और सेवा का प्रतीक है। वे एक कुशल राजनेता, संवेदनशील कवि, प्रखर विचारक और उत्कृष्ट वक्ता थे। उनके अद्वितीय व्यक्तित्व ने भारत को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने में ऐतिहासिक भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि अटल ने सुशासन का एक ऐसा मानक स्थापित किया, जो आज भी प्रेरणादायक है। उनका व्यक्तित्व एवं कृतित्व आने वाली पीढ़ियों को सदैव मार्गदर्शन प्रदान करते रहेंगे। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अटल के विचारों और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग को आगे बढ़ाने के लिए प्रदेश में सुशासन सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इस सप्ताह के दौरान प्रदेशभर में सुशासन से संबंधित विभिन्न कार्यक्रम और जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाएगा। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह प्रयास अटल की सांस्कृतिक चेतना को जन-जन तक पहुंचाने का एक माध्यम है। इसके पूर्व जयवीर सिंह एवं योगेन्द्र उपाध्याय ने श्रद्धेय अटल वाजपेयी को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए उनके जीवन पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।