बड़ी काली मंदिर में कन्या पूजन, बांटे खिलौने
माँ के नवम स्वरुप सिद्धिदात्री देवी का दर्शन पूजन

लखनऊ भारत प्रकाश न्यूज़। चौक स्थित बड़ी काली मंदिर में बीते रात्रि अष्टमी से हवन प्रारंभ हो कर प्रातः 4 बजे तक विश्व के कल्याण की कामना कर वैदिक मंत्रों द्वारा किया गया। साथ ही मंदिर प्रांगण में सैकड़ो की संख्या में कन्याओं का पैर पूजन, कन्या भोज मंदिर समिति द्वारा किया गया। जिसमें कन्याओं को चुनरी पेंसिल कॉपी रुमाल फल श्रृंगार की सामग्री खिलौने एवं दक्षिणा देकर पूजन पूर्ण किया गया। वहीं महंत विवेकानंद गिरी ने बताया कि नवरात्रि के नवें दिन सिद्धिदात्री पूजन की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही। परंपरा के अनुसार अष्टधातु से निर्मित भगवती की प्रतिमा का आज द्वितीय दिवस है । अष्टधातु से निर्मित इस प्रतिमा का भक्तों के दर्शन के लिए चैत्र और अश्विन के नवरात्र के अष्टमी और नवमी के दिन प्राचीन काल से स्थापित किया जा रहा है। मीडिया प्रभारी अभय उपाध्याय ने बताया अब तक कुल 537 मुंडन संस्कार संपन्न किए गए। जिन्हें मंदिर की तरफ से प्रमाण पत्र देकर के प्रमाणित किया गया। अष्टमी में स्थापित ढाई सौ वर्ष प्राचीन अष्टधातु की अर्धनारीश्वर मूर्ति को मंत्रो द्वारा विस्थापित कर सायन के लिए सुरक्षित कर दी गई। रात्रि के समय भक्तों द्वारा माई के समक्ष कीर्तन भजन कर माता को प्रसन्न किया गया। मंदिर प्रांगण के बाहर चल रहा मेला भी नवरात्रि समाप्ति के साथ धीरे-धीरे खत्म हो रहा है व दशमी के बाद पूरी तरीके से इसका समापन हो जाएगा। उन्होंने बताया कि भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ प्राप्त किया। मंदिर व्यवस्था में मुख्य रूप से पंकज उपाध्याय मुकुंद मिश्रा मीडिया प्रभारी अभय उपाध्याय शशि सूर्यवंशी वैभव सिंह विकास तिवारी राहुल मंदिर प्रबंधक देवराज सिंह ट्रस्टी सदस्य धीरू अवस्थी दीप प्रकाश सिंह एवं अन्य सेवादार उपस्थित रहे।