कल कार्डियो वैस्कुलर थोरैसिक सर्जरी विभाग का होगा 38 वां स्थापना दिवस का आयोजन
स्वास्थ्य विशेषज्ञ हार्ट फेल्योर समाधान पर करेंगे चर्चा

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी में कल स्वास्थ्य विशेषज्ञ स्थापना दिवस के आयोजन में हार्ट फेल्योर प्रबंधन पर समाधान करने के विषय पर चर्चा करेंगे। संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान का कार्डियो वैस्कुलर थोरैसिक सर्जरी विभाग कल यानि शनिवार को 38वाँ स्थापना दिवस मनाने जा रहा है।
शुक्रवार को यह जानकारी संस्थान प्रो. एसके अग्रवाल विभागाध्यक्ष सीवीटीएस विभाग ने बताया कि देश भर से हार्ट फेल्योर के शल्य चिकित्सा प्रबंधन के क्षेत्र के दिग्गज शामिल होंगे।
स्थापना दिवस में शामिल डॉक्टरों में..
डॉ. केआर बालकृष्णन, मुख्य सीवीटीएस सर्जन, एमजीएम हेल्थकेयर चेन्नई,डॉ. अन्वय मुले, मुख्य सीवीटीएस सर्जन, एचएन रिलायंस फाउंडेशन, मुंबई,डॉ. (ब्रिगेडियर) समीर कुमार, एएफएमसी
,डॉ. रजनीश मल्होत्रा, मुख्य सीवीटीएस सर्जन, मैक्स हॉस्पिटल, नई दिल्ली शामिल होंगे। जिसमें
भारत में हृदय गति रुकने के सर्जिकल उपचार के विकास और वर्तमान स्थिति पर चर्चा की जाएगी।विशेष रूप से उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में आने वाली चुनौतियों पर जहाँ यह अभी तक शुरू नहीं हुआ है।
विशेषज्ञ इस बारे में जानकारी साझा करेंगे कि कैसे तमिलनाडु, महाराष्ट्र और भारत के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में “मजबूत हृदय और फेफड़े प्रत्यारोपण” कार्यक्रम सफलतापूर्वक विकसित किए गए हैं और एसजीपीजीआई में भी इसी सफलता की कहानी को कैसे दोहराने की तैयारी में जुटा हुआ है।
समारोह का एक प्रमुख आकर्षण प्रोफेसर केआर बालकृष्णन द्वारा दिया जाने वाला तीसरा प्रोफेसर पीके घोष स्मारक व्याख्यान होगा। प्रोफेसर केआर. बालकृष्णन को देश के अधिकांश हृदय और फेफड़े प्रत्यारोपण कार्यक्रमों के मार्गदर्शक के रूप में व्यापक रूप से जाना जाता है और उन्होंने देश के लगभग सभी प्रत्यारोपण कार्यक्रमों का मार्गदर्शन किया है।
प्रोफेसर बालकृष्णन, जो न केवल एक प्रसिद्ध शल्य चिकित्सक हैं, बल्कि एक कुशल वैज्ञानिक (वास्तव में एक “शल्य चिकित्सक वैज्ञानिक”) भी हैं। साथ ही “कार्डियो वैस्कुलर और थोरैसिक सर्जरी में आर्टिफिशल इन्टेलिजेन्स भारतीय परिप्रेक्ष्य” विषय पर व्याख्यान देंगे।



