एफडीए ने बिना बिल के नारकोटिक्स दवाएं बिक्री करते पकड़ा, की कार्रवाई
नारकोटिक्स दवाओं की बिक्री के खिलाफ एफडीए का अभियान जारी

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी में बिना बिल के नारकोटिक्स दवाओं की बिक्री पर लगाम लगाई जा रही है। गुरुवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की संयुक्त टीम द्वारा अवैध रूप से बेचीं जा रही नारकोटिक्स दवाओं के विक्रेता को दबोच लिया।
बीते माह 18 जुलाई को अमीनाबाद मेडिसिन मार्केट में संचालित फर्म न्यू मंगलम एजेंसी पर कार्रवाई की गयी। जिसकी प्रोपराइटर कोमल शुक्ला जांच के दौरान यह पाया गया कि कोमल शुक्ला द्वारा बिना बिल के नॉरकोटिक्स औषधियों का विक्रय किया ।
जिसमें कोमल शुक्ला एवं उनके परिवार के लगभग सभी सदस्य जांच में संदिग्ध पाए गए है। जिसे 6 अगस्त को सेन्ट्रल ब्यूरो ऑफ नॉरकोटिक्स के साथ औषधि विभाग की संयुक्त टीम में सम्मिलित सन्देश मौर्य व विवेक कुमार सिंह औषधि निरीक्षकों द्वारा संयुक्त रूप से नॉरकोटिक्स औषधि के अवैध कारोबार में संलिप्त श्याम एजेंसीज पारा गांव बादशाह खेड़ा वार्ड आलम नगर पर छापेमारी की।
छापेमारी के दौरान फर्म से बरामद की गयी विभिन्न प्रकार की नॉरकोटिक्स औषधियों में कई तरह की औषधी बरामद की गयी। वहीं श्याम एजेंसीज के प्रोपराइटर आशीष कुमार त्रिपाठी द्वारा बताया कि सभी नॉरकोटिक्स औषधियाँ न्यू मंगलम एजेंसी, अमीनाबाद से खरीदा गया, जिसका कोई भी अभिलेख प्रस्तुत नहीं कर सके। वहीं संयुक्त टीम द्वारा फर्म के कम्प्यूटर डाटा की जांच के उपरान्त पाया गया कि नॉरकोटिक्स औषधियों से सम्बन्धित समस्त रिकार्ड डिलीट कर दिये गये है।
इसी क्रम में फर्म से बरामद समस्त नॉरकोटिक्स औषधियों को नियमानुसार सीज किया गया और श्याम एजेंसीज के प्रोपराइटर आशीष कुमार त्रिपाठी को हिरासत में लेकर एनडीपीएस के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज कराते हुए आशीष कुमार त्रिपाठी को जेल भेजा गया। जांच के लिए संग्रहीत कुल 04 संदिग्ध नॉरकोटिक्स औषधियों का नमूना परीक्षण के लिए राजकीय प्रयोगशाला भेजा गया। वही एफडीए प्रशासन का कहना है कि
नॉरकोटिक्स औषधि के अवैध कारोबार के विरूद्ध अभियान निरंतर जारी रहेगा।



