राजधानी में सिविल डिफेंस ने मॉकड्रिल करके सुरक्षा का भरोसा दिलाया
आपदा से बचाव को सिविल डिफेंस ने की मॉकड्रिल

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी में सिविल डिफेंस ने मॉक ड्रिल करके सुरक्षा का भरोसा दिलाया। गुरुवार को सिविल डिफेंस ने आपदा से बचाव के लिए मेंहदीगंज स्थित राजकुमार अकादमी में चीफ़ वार्डेन अमरनाथ मिश्रा के नेतृत्व में मॉकड्रिल एवं आपदा प्रबंधन प्रदर्शन का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में एकत्रित बच्चों ने मॉकड्रिल एवं आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण हासिल किया।
वहीं चीफ़ वार्डेन अमरनाथ मिश्रा ने कहा कि युद्ध के दौरान हवाई हमले से पूर्व बजने वाले सायरन और उसके उपरांत जन धन की क्षति को कम करने एवं आपदा से प्रभावित लोगों के बचाव कार्य की जानकारी आम लोगों में होनी चाहिए। युद्ध के दौरान हवाई हमले की सूचना आम नागरिक को सायरन के माध्यम से प्राप्त होते ही सावधान होने की आवश्यकता होती हैं।
यदि सायरन की आवाज दो मिनट तक लगातार ऊंची नीची आवाज में सुनाई दे, तो ये निश्चित जान ले हवाई हमला कुछ ही क्षण में होने वाला है। ऐसे में हर व्यक्ति को शरण लेना चाहिए। यदि आप खुले मैदान में है तो आपको तुरंत ही पेट के बल लेटकर शेल्टर ले लेना चाहिए। आपात स्थिति में कमर से ऊपर का पार्ट जमीन से ऊपर उठाकर रखना चाहिए, आंख बंद कर ले और कान को हाथों से जोर से बंद कर ले और दांतों के बीच रुमाल को रख लें। इस प्रक्रिया से बम के प्रभाव से शरीर के प्रमुख अंग दिल, आंख, कान, जीभ सुरक्षित रहते हैं। उन्होंने बताया कि आपदा से पूर्व आम नागरिकों को प्रशिक्षित कर दे तो बड़ी संख्या में होने वाली संभावित जन हानि से बचा जा सकता है।
इसी क्रम में सिविल डिफेंस के वरिष्ठ सहायक उपनियंत्रक मनोज वर्मा ने सभी को सिविल डिफेंस से परिचय कराते हुए बताया कि युद्ध के समय सिविल डिफेंस की भूमिका सक्रिय रूप में आ जाती है। उन्होंने सिलेंडर में लगी आग को प्लास्टिक की बाल्टी से और कंबल से ढककर बुझाने के तरीके का प्रदर्शन कराया। साथ ही तरल पदार्थ और लकड़ी में लगी हुई छोटी आग पर काबू पाने के लिए विद्यालय के बच्चों से ही आग से बुझाने का अभ्यास कराया। सहायक उपनियंत्रक मुकेश कुमार ने कम्बल व पुरानी बोरे और बांस के डंडो के बनावटी स्ट्रेचर को बनाना सिखाया।
जिससे घायलों का समय रहते रेस्क्यू किया जा सकता है। इसके पश्चात् अकादमी प्रबंधक राजीव बक्शी, प्रधानाचार्य अनूप राज ने चीफ़ वार्डेन अमरनाथ मिश्रा, एडीसी मनोज वर्मा, मुकेश कुमार को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। मॉक ड्रिल का आयोजन कराने वाले राजाजीपुरम प्रखंड के सेक्टर वार्डेन रामगोपाल सिंह सहित सहयोग करने वाले वार्डन सहादतगंज प्रखण्ड के स्टॉफ ऑफिसर आयजुद्दीन सिद्दीकी, राजाजीपुरम प्रखण्ड के मयंक कुमार, रेखा मिश्रा, जितेन्द्र कुमार अरोड़ा, शिवम् श्रीवास्तव, विजय कुमार धाकरे, विद्यावती राठौर, अमान खान, अमोघ लहरी आदि को भी सम्मानित किया गया।