“ग्राम्य पर्यटन को नयी दिशा: कठवारा में समन्वयकों को मिला प्रशिक्षण
युवाओं को मिलेगा रोज़गार का नया ज़रिया

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। उत्तर प्रदेश में ग्रामीण पर्यटन को प्रोत्साहन देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। पर्यटन विभाग द्वारा मान्यवर कांशीराम पर्यटन प्रबंधन संस्थान (एमकेआईटीएम), राजधानी में 28 अप्रैल से 2 मई तक पाँच दिवसीय आवासीय आधारभूत प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण में प्रदेश के 18 जिलों से चयनित 29 ग्राम समन्वयकों ने भाग लिया।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उत्तर प्रदेश ग्रामीण पर्यटन परियोजना ‘एग्री-रूरल एवं गंगे ग्राम रूरल टूरिज्म’ के अंतर्गत संचालित किया गया है। इस परियोजना का उद्देश्य ग्रामीण पर्यटन के माध्यम से युवाओं को रोजगार और स्थानीय समुदाय को आय के नए स्रोत प्रदान करना है।
प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को ग्रामीण पर्यटन, ग्राम समन्वयक की भूमिका, होम-स्टे प्रबंधन, स्थानीय संस्कृति, पारंपरिक खानपान, जैविक खेती, कचरा प्रबंधन, सोशल मीडिया मार्केटिंग, डिजिटल भुगतान, योग एवं ध्यान जैसे विविध विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण प्रतिभागियों को इस योग्य बनाने के लिए था कि वे अपने गांवों में पर्यटन सुविधाओं का समुचित प्रबंधन कर सकें और पर्यटकों को उत्कृष्ट अनुभव दे सकें।
कार्यक्रम के दौरान बक्शी का तालाब ब्लॉक स्थित पर्यटन ग्राम कठवारा में भी प्रतिभागियों को एक्सपोज़र विजिट कराया गया। यहाँ 10 होम-स्टे इकाइयों को विकसित किया जा रहा है ताकि घरेलू एवं विदेशी पर्यटक स्थानीय जीवनशैली का आनंद ले सकें। इसके अतिरिक्त, जिले स्तर पर कुछ एग्रो-टूरिज्म प्रॉपर्टी को भी चिन्हित कर पर्यटन विभाग के साथ पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य न केवल पर्यटन को बढ़ावा देना है, बल्कि युवाओं के कौशल और ज्ञान का विकास कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना भी है। उन्होंने बताया कि चयनित गांवों को पर्यटन ग्रामों के रूप में विकसित करने के लिए चरणबद्ध प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जहां स्थानीय समुदाय द्वारा होम-स्टे के माध्यम से ठहरने की सुविधा, पारंपरिक व्यंजन, लोककला, गीत-नृत्य एवं रीति-रिवाजों का अनुभव उपलब्ध कराया जाएगा।
यह परियोजना न केवल पर्यटन के क्षेत्र में नए अवसर पैदा करेगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाने में सहायक सिद्ध होगी।