आरएमएल एडवांस्ड डा विंची रोबोटिक सिस्टम से हुआ लैस
संस्थान निदेशक ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री का जताया आभार

इस रोबोटिक सिस्टम से जटिल सर्जरी करने में होगी आसानी
लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाओं को अत्याधुनिक बनाया जा रहा है। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में एक और नई कड़ी की शुरुआत होने जा रही है। अब संस्थान में एडवांस द विंची रोबोटिक सिस्टम स्थापित करने की अनुमति मिल गयी है। गुरुवार को यूरोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. ईश्वर राम दयाल ने बताया कि एडवांस द विंची रोबोटिक सिस्टम प्रदेश में सरकारी संस्थानों में यह दूसरा संस्थान अत्याधुनिक सुविधाओं की श्रेणी में शामिल हो गया है। उन्होंने बताया कि इस एडवांस रोबोटिक सिस्टम से जटिल सर्जरी करने में आसानी होगी। इससे समय भी कम लगता है और अधिक जटिल व सटीक सर्जरी में आसानी होती है। उन्होंने बताया कि रोबोटिक सिस्टम लगाने की अनुमति मिल गयी है बहुत जल्द संस्थान में स्थापित हो जाएगी। इस डबल कंसोल, क्लोज़ कंसोल और ट्रेनी रेजिडेंट्स के लिए सिम्युलेटर से शल्य चिकित्सा में लैस एडवांस्ड डा विंची रोबोटिक सिस्टम से मदद मिलेगी। बता दें कि उत्तर प्रदेश का रोबोटिक सिस्टम वाला दूसरा सरकारी संस्थान बन गया है। जो विश्व-स्तरीय चिकित्सा देखभाल और प्रशिक्षण प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता को सिद्ध करता है।
कम समय में सटीकता से जटिल शल्य चिकित्सा में कारगर..
डा विंची रोबोटिक सिस्टम सर्जनों को उन्नत सटीकता, नियंत्रण के साथ जटिल प्रक्रियाओं को करने में सक्षम बनाता है। इसमें डबल कंसोल सुविधा सहयोगी सर्जरी की अनुमति देती है, जबकि क्लोज़ कंसोल सर्जनों को अधिक आसानी से ऑपरेट करने में सक्षम बनाता है। सिम्युलेटर रेजिडेंट्स के लिए एक व्यापक प्रशिक्षण मंच प्रदान करने के साथ यह सुनिश्चित करेगा कि,रोबोटिक सर्जरी में महारत हासिल करने के लिए आवश्यक कौशल में सक्षम होंगे। वहीं संस्थान निदेशक डॉ. सीएम सिंह ने कहा कि हम अपने संस्थान में इस उन्नत प्रौद्योगिकी को पेश करने के लिए सम्मानित हैं। डा विंची रोबोटिक सिस्टम सर्जरी के तरीके और क्रांतिकारी बना देगा, जिससे रोगी के परिणामों में सुधार होगा और हमारे रेजिडेंट्स को अभूतपूर्व प्रशिक्षण अवसर प्रदान करने में सफलता मिलेगी। बता दें कि संस्थान में नित नई कड़िया जोड़ने में संस्थान निदेशक की अहम भूमिका मानी जाती है। जब से संस्थान का कार्यभार संभाला तब से निरंतर कार्य कर रहें हैं। एडवांस्ड द विंची रोबोटिक सिस्टम मिलने से चिकित्सा नवाचार के क्षेत्र में असाधारण रोगी देखभाल प्रदान करने की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। ज्ञात हो कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में उत्तर प्रदेश शासन के चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा संस्थान को पूंजीगत मद में 250.00 करोड़ रूपये चिकित्सकीय उपकरण के लिए प्राप्त हुये थे, जिसके क्रय की प्रक्रिया पूर्ण करते हुये। वहीं 13 फरवरी को उच्च स्तरीय क्रय समिति की बैठक चिकित्सा शिक्षा विभाग के सभा कक्ष में सम्पन्न हुयी। उच्च स्तरीय क्रय समिति द्वारा उक्त बैठक में 113.00 करोड़ के उपकरणों को क्रय किये जाने का अनुमोदन प्रदान कर दिया गया है। कुल अनुमोदित 30 उपकरणों से चिकित्सा के क्षेत्र में संस्थान की कार्य कुशलता व चिकित्सीय गुणवत्ता में विश्वस्तरीय वृद्धि होगी। उक्त अनुमोदित 30 उपकरणों में मुख्य रूप से न्यूरोसाइंस सेंटर के लिए बहुप्रतीक्षित विश्वस्तरीय गामा नाइफ मशीन प्राप्त हो रही है। जिससे बिना किसी चीरे के मस्तिष्क की कई प्रकार की बिमारियों का चिकित्सा का लाभ प्राप्त हो सकेगा। इस मशीन से 3 सीएम से छोटे ट्यूमर, खून की नसों की बीमारी, कई प्रकार के मस्तिष्क कैन्सर, पार्किंसन, टेमर इत्यादि कई बिमारियों का इलाज बिना चीरे के संभव हो सकेगा। साथ ही यह उल्लेखनीय है कि गामा नाइफ मशीन किसी राज्य स्तरीय चिकित्सा संस्थान में उपलब्ध नही है। सम्पूर्ण उत्तर भारत में एम्स , न्यू दिल्ली , एवं पीजीआई चंडीगढ़ एवं आर्मी हॉस्पिटल,दिल्ली के बाद गामा नाइफ की सुविधा से युक्त संस्थान लखनऊ चौथा संस्थान होगा। इसके अतिरिक्त संस्थान को रोबोटिक सर्जरी की भी सौगात प्राप्त होने जा रही है। शासन के इस प्रयास को चिकित्सा के क्षेत्र में एक परिर्वतन के रूप में देखा जा रहा है। इसके अलावा एसजीपीजीआई लखनऊ के बाद उप्र में डा राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ऐसा सरकारी संस्थान है, जहा रोबोटिक सर्जरी शुरू होने जा रही है। रोबोटिक सर्जरी से विभिन्न प्रकार की जटिल शल्य क्रियाएँ जैसे कि विभिन्न प्रकार के कैन्सर, गुर्दा प्रत्यारोपण संभव हो पाएंगे। इसके लिए संस्थान निदेशक प्रो. सीएम सिंह ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री एवं मुख्यमंत्री का आभार जताया है।