सांसदों से मिले राष्ट्रीय कुली मोर्चा के प्रतिनिधि
संसद में कुलियों को रोजगार के सवालों को उठाने की मांग

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। कुलियों ने रोजगार को लेकर सांसदों मिलकर विभिन्न समस्याएं गिनाई। शनिवार संसद के चालू मानसून सत्र के दौरान नई दिल्ली जाकर राष्ट्रीय कुली मोर्चा के प्रतिनिधियों ने विभिन्न पार्टियों के प्रमुखों और सांसदों से मुलाकात की और सत्र में कुलियों के रोजगार और सामाजिक सुरक्षा के सवाल को उठाने व हल कराने की मांग की।
राष्ट्रीय कुली मोर्चा के कोऑर्डिनेटर राम सुरेश यादव के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने सांसदों के संज्ञान में लाया कि रेलवे में लगातार किए गए निजीकरण के कारण कुलियों की आजीविका का बड़ा संकट खड़ा हो गया है। संविधान में मिले सम्मानजनक जीवन के अधिकार से कुलियों को वंचित होना पड़ रहा है।
माई कुली एप, ठेकेदारी की ट्राली प्रथा, प्राइवेट कंपनियों के हाथों कुलियों का काम चले जाने से उनकी आमदनी बेहद कम हो गई है। संसद में रेल मंत्री कहते हैं कि कुलियों को सामाजिक सुरक्षा मिली है। लेकिन जमीनी सच्चाई इसके उलट है कोई भी सरकारी आदेश लागू नहीं किया जा रहे हैं। हालत यह है कि मांग उठने पर कुलियों का दमन किया जा रहा है। यहां तक की दिल्ली में सांसदों से मिलने तक पर पुलिस प्रशासन ने अनावश्यक हस्तक्षेप किया। कुली मोर्चा ने मांग की कि कुलियों को रेलवे की नौकरी दी जाए और उनकी सामाजिक सुरक्षा के आदेशों का कड़ाई से अनुपालन हो।
संसद सत्र के दौरान कुलियों ने आप सांसद संजय सिंह, सपा के अवधेश प्रसाद, राजद के डा. मनोज कुमार झा, सपा के आरके चौधरी जेडी यू की विजयलक्ष्मी कुशवाहा, पप्पू यादव निर्दलीय, टीडीपी के ए रेड्डी साबरी, भाजपा के आलोक शर्मा, मंत्री जीतन राम मांझी, कांग्रेस की रंजीत रंजन को पत्रक सौंपा।
इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और सपा मुखिया अखिलेश यादव के कार्यालय में भी ज्ञापन दिया गया। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन के यहां पत्रक रेल मंत्रालय में दिया गया। राष्ट्रीय कुली मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल में राम चन्दर, अरुण कुमार महतो, शेक रहमतुल्लाह, राहुल, राजकुमार यादव, कन्हैया ग्वाल, अरविंद कुमार, अमजद, इमाम भाई, मनोज ताती, मुबारक, प्रहलाद, चुन्नू सिंह, रामबाबू भिलाला,राम महावर, राजू टेकम, शिवराम, दुलार मंडल, सीताराम रिछारिया, राकेश पंथी, संतोष कुमार, संजय शर्मा, राजेंद्र कुमार, शेर सिंह शामिल रहे।



