मां को स्मरण कर करें वृक्षारोपण -डॉ. सक्सेना
9 को बाराबंकी में राज्यपाल और अयोध्या आजमगढ़ से मुख्यमंत्री अभियान का करेंगे शुभारम्भ

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। पर्यावरण को बचाने के लिए जन सहभागिता जरूरी है। वृक्षारोपण एक पेड़ मां के नाम के तहत इस महा अभियान में जन-जन को संदेश देकर वृक्षारोपण करने के लिए प्रेरित करना है।
आगामी 9 जुलाई को 37 करोड़ पौधारोपण महा अभियान की शुरुआत की जा रही है।जिसका शुभारम्भ बाराबंकी से राज्य पाल आनंदी बेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या और आजमगढ़ से करेंगे। यह जानकारी सोमवार को वन विभाग मुख्यालय के पारिजात सभागार में वन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ अरुण कुमार सक्सेना द्वारा प्रेसवार्ता के दौरान दी। उन्होंने बताया कि
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किये गये आह्वान “एक पेड़ माँ के नाम” के तहत प्रदेश द्वारा वृक्षारोपण महा अभियान चलाया जायेगा। अभियान के अर्न्तगत प्रत्येक रोपित पौध माँ के नाम समर्पित है। मंत्री ने कहा कि
आज पूरे विश्व में ग्लोबल वार्मिंग, क्लाईमेट चेंज हो रहा है, जिसकी वजह है वायुमण्डल में कार्बन डाई ऑक्साइड का ज्यादा उत्सर्जन। प्रदेश में बढते प्रदूषण को नियंत्रित करने तथा पर्यावरण एवं पारिस्थितिकीय संतुलन बनाये रखने के लिए व्यापक जन आन्दोलन के माध्यम से वृक्षारोपण कर हरित आवरण में वृद्धि करने के लिए प्रदेश सरकार कटिबद्ध है। डॉ सक्सेना ने कहा कि इसी को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश में वर्ष 2025 के लिए 37 करोड़ पौध रोपण का लक्ष्य रखा गया है।
जिसमें प्रदेश के 26 शासकीय विभागों तथा जन सामान्य के सहयोग से वन भूमि, सामुदायिक भूमि, अन्य राजकीय भूमि, कृषि भूमि, औद्योगिक परिसर, शहरी क्षेत्र एवं अन्य निजी भूमि पर वृहद स्तर पर रोपण कराया जायेगा। इससे प्रदेश के हरित आवरण में वृद्धि, पर्याप्त वर्षा जल संचयन, कार्बन अवशोषण, शुद्ध हवा, उपजाऊ मिट्टी व स्वच्छ जल की प्राप्ति के साथ-साथ प्रदेश के कृषकों की आय में वृद्धि होगी।
जलवायु परिवर्तन पर शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री द्वारा भारत में वर्ष 2070 तक कार्बन उत्सर्जन को नेट ज़ीरो करने की प्रतिबद्धता को साकार करने में वनावरण एवं वृक्षावरण की अहम भूमिका है।
इस अभियान में “पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ, पर्यावरण बचाओ”, “हर खेत पर मेड़, हर मेड़ पर पेड़”, “पेड़ लगाये जीवन बचाये” आदि स्लोगन के माध्यम से जनमानस को जोड़ा जा रहा है।
वृक्षारोपण करने के लक्ष्य में..
इसमें समस्त विभागों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं तथा जन प्रतिनिधियों के सहयोग से वृहद स्तर पर वृक्षारोपण अभियान के अन्तर्गत एक ही दिन 37 करोड़ पौधों का रोपण होगा।
नर्सरी में तैयार पौधे..
वन विभाग की 1901 नर्सरियों में वृहद स्तर पर पौध उगान।
वन विभाग, उद्यान विभाग, रेशम विभाग की पौधशालाओं तथा निजी पौधशालाओं में कुल 52.43 करोड़ पौध उपलब्ध है।
मुख्य प्रजातियां नीम, सहजन, आंवला, इमली, अर्जुन, जामुन, बेल, देशी आम, महुआ, सागौन, शीशम, गुटेल, बांस, पीपल, पाकड़, बरगद आदि है।
वन विभाग की पौधशालाओं में पर्याप्त मात्रा मे उच्च गुणवत्ता एवं स्वस्थ पौधों को उगाया गया है और सरकार ने सम्बन्धित शासकीय विभागों संस्थाओं के माध्यम से इन पौधों को निःशुल्क उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।ग्राफ्टेड पौध आम, अमरूद, नींबू, आदि शामिल हैं।
मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में..
प्रदेश में व्यापक नदी पुनरोद्धार के लिए नदियों के दोनो किनारों पर वृक्षारोपण जिसमें पीपल, बरगद, पाकड़, नीम, जामुन तथा जलभराव क्षेत्र के लिए उपयुक्त प्रजातियों को प्राथमिकता दी गयी है। इसके अलावा
एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर वृहद वृक्षारोपण। साथ ही, राष्ट्रीय,राज्य राजमार्ग, जिला मार्ग, ग्रामीण मार्ग, शहरी क्षेत्र के मार्ग आदि को वृक्षारोपण से संतृप्त किया जाय।
प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री आवासीय योजना के लाभार्थियों तथा जीरो पावर्टी कार्यक्रम में चिन्हित परिवारों द्वारा दो-दो सहजन के पौधों का रोपण होंगे। इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा समस्त विभागों को दिशा निर्देश जारी कर चुके हैं। इसी क्रम मंत्री ने बताया कि
समस्त सरकारी संस्थाएं,बैकों, गैर सरकारी संस्थाओं तथा विभिन्न संगठनों यथा-सिविल सोसाईटी, विभिन्न धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं, एनसीसी, एनएसएस, नेहरू युवा केन्द्र, युवक मंगल दल, महिला मंगल दल, रोटरी/रोटारैक्ट/लायंस/इको क्लब, व्यापार मण्डल, किसान उत्पादक संगठन, कृषक बन्धु आदि के साथ 4 जुलाई को बैठक की गयी, जिसमें वृक्षारोपण अभियान में उनकी सक्रिय सहभागिता के लिए आग्रह किया गया।
वृक्षारोपण महा अभियान के लिए मंत्रियों की होगी सहभागिता..
प्रदेश के सभी मंत्रियों द्वारा नामित जनपद में प्रवास कर वृक्षारोपण में सम्मिलित होकर कार्यक्रम के लिए मार्गदर्शन देंगे। वहीं
जनपद स्तर पर वृक्षारोपण के सफल क्रियान्वयन तथा बेहतर समन्वय के लिए अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव स्तर के अधिकारी नोडल अधिकारी नामित। सभी नोडल अधिकारियों को 8 जुलाई तक आवंटित जनपद में पहुँच कर वृक्षारोपण महा अभियान का सफलतापूर्वक संचालन कराने के निर्देश दिये गये है। इसमें सभी स्तर के जनप्रतिनिधियों तथा सांसद, विधायक, महापौर,अध्यक्ष नगरीय निकाय एवं सभी पार्षद, सभासद, अध्यक्ष जिला पंचायत,क्षेत्र पंचायत एवं सभी ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत सदस्यगण का सक्रिय सहयोग करेंगे।
प्रिन्ट व इलेक्ट्रानिक मीडिया, सोशल मीडिया, वॉल राइटिंग, कम्यूनिटी रेडियो, एफएम रेडियो आदि के माध्यम से वृक्षारोपण अभियान का वृहद प्रचार-प्रसार। एक जन अन्दोलन का रूवरूप हो- स्थानीय वाद्य व संगीत, गाना, जिंगल, लघु फिल्म आदि का उपयोग कर उत्सव की तरह मनाया जाने की अपील की।
वृक्षारोपण कार्यक्रम में निर्वाचन की तरह इलेक्शन मोड में जोनल एवं सेक्टर मिजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है जिनके द्वारा अपने क्षेत्र में वृक्षारोपण कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए आवश्यक तैयारी की गई है।



