उत्तर प्रदेशजीवनशैलीबड़ी खबर

बाल रोग विभाग का मना 72वां स्थापना दिवस

केजीएमयू के बाल रोग विभाग ने पूरे किए 72 वर्ष 

 

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। केजीएमयू के बाल रोग विभाग अपनी 72 वर्षो की यात्रा को पूरा कर लिया है। मंगलवार को संस्थान के बाल लोक विभाग का 72वां स्थापना दिवस समारोह बड़े उत्साह के साथ मनाया।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. अपजीत कौर संस्थान उप कुलपति ने अपने उद्घाटन भाषण में विभाग को उसकी उल्लेखनीय विरासत के लिए बधाई दी और राष्ट्र के एक स्वस्थ भविष्य के निर्माण में बाल चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा की महत्वपूर्ण भूमिका पर ज़ोर दिया।

उन्होंने विभाग के निरंतर शैक्षणिक योगदान की सराहना की और बाल स्वास्थ्य सेवाओं में निरंतर नवाचार को प्रोत्साहित किया।

इस समारोह की एक विशेषता दो प्रतिष्ठित व्याख्यानों का दिया जाना था। जिसमें प्रो. एनएल शर्मा व्याख्यान यह व्याख्यान प्रो. पीयूष गुप्ता ,पूर्व प्राचार्य एवं अध्यक्ष बाल रोग विभाग, यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज (यूसीएमएस), नई दिल्ली द्वारा प्रस्तुत किया गया जो कि “सूर्य के प्रकाश में विटामिन के साथ मेरा प्रेम” पर केंद्रित था।

उन्होंने विटामिन डी की विकसित होती समझ, इसकी व्यापक कमी और बाल स्वास्थ्य में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की तथा जागरूकता, पूरकता और नीतिगत कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही प्रो. पीके मिश्रा व्याख्यान में यह प्रो. अशोक कुमार, पूर्व प्रोफ़ेसर एवं विभागाध्यक्ष, बाल रोग विभाग, चिकित्सा विज्ञान संस्थान (आईएमएस), बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) द्वारा प्रस्तुत किया गया।

जिसमें अनुसंधान और सहयोग के माध्यम से नवजात शिशु देखभाल पर प्रभाव पर ध्यान केंद्रित किया गया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे अंतःविषय टीमवर्क, साक्ष्य-आधारित प्रथाओं और निरंतर अनुसंधान ने नवजात शिशु के जीवित रहने और दीर्घकालिक परिणामों में उल्लेखनीय सुधार किया है।

साथ ही संस्थान के पूर्व छात्रों द्वारा दो अतिरिक्त शैक्षणिक सत्र प्रस्तुत किए गए। वहीं संस्थान की बाल रोग विभाग की पूर्व प्रोफेसर और प्रमुख, प्रो. शैली अवस्थी ने कार्यान्वयन अनुसंधान पर बात की और स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों को बेहतर बनाने में इसके महत्व पर प्रकाश डाला।

इसी क्रम में एसजीपीजीआई, लखनऊ के नियोनेटोलॉजी विभाग की डॉ. अनीता सिंह ने नवजात शिशुओं में उच्च-आवृत्ति वेंटिलेशन पर एक व्याख्यान दिया और नवजात शिशुओं की गहन देखभाल में प्रगति पर जोर दिया।

कार्यक्रम की शुरुआत संस्थान के बाल रोग विभाग के प्रमुख, प्रो. एसएन सिंह के स्वागत भाषण और विभागीय रिपोर्ट के साथ हुई।

संकाय सदस्यों, स्नातकोत्तर छात्रों, पूर्व छात्रों और आमंत्रित लोगों ने कार्यक्रम में भाग लिया। समारोह में विभाग की ऐतिहासिक उपलब्धियों, बाल चिकित्सा अनुसंधान में योगदान और बाल रोग विशेषज्ञों की पीढ़ियों को प्रशिक्षित करने की प्रतिबद्धता पर भी प्रकाश डाला गया।

केजीएमयू का बाल रोग विभाग अपनी सेवा के 72वें वर्ष में प्रवेश करते हुए रोगी देखभाल, अनुसंधान और चिकित्सा शिक्षा में उत्कृष्टता के अपने मिशन को जारी रखे हुए है।

इस मौके पर विभाग के चिकित्सक डॉ. चंद्रकांता, डॉ. शालिनी त्रिपाठी, डॉ. निशांत वर्मा, व अन्य फेकल्टी मेम्बर्स मौजूद रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button