राजधानी के निजी अस्पतालों की निगरानी शुरू
जाँच में अधिकृत डॉक्टरो बगैर चलते मिले अस्पताल

लखनऊ, भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी में चल रहे मानक विहीन निजी अस्पतालों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनबी सिंह के निर्देशन में निजी अस्पतालों की हकीकत जानने के लिए चिकित्सा अधिकारियों की टीम रवाना की गई । जिसमें निजी अस्पतालों के नोडल अधिकारी डॉ. एपी सिंह एवं उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. केडी मिश्रा
द्वारा द यूनिक हॉस्पिटल, बालागंज अस्पताल, स्टार हॉस्पिटल, मेडलाइफ हॉस्पिटल, ऑक्सीजन हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया । वहीं
नोडल अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि
बालागंज अस्पताल को छोड़कर किसी भी निजी अस्पताल में कोई भी पूर्णकालिक चिकित्सक मौजूद नहीं मिला। उन्होंने बताया कि इसके अलावा किसी भी हॉस्पिटल में बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण की कोई उचित व्यवस्था नहीं थी । निरीक्षण के दौरान द यूनिक हॉस्पिटल में डेंगू मरीज का इलाज मानक के अनुरूप नहीं किया जा रहा था और बालागंज अस्पताल में
मरीजों के अभिलेख अपूर्ण थे तथा फार्मेसी पर कोई भी पंजीकृत फार्मासिस्ट मौजूद नहीं था । इसी क्रम में स्टार हॉस्पिटल में जीएनएम की प्रशिक्षु कार्यरत थी और मेडलाइफ हॉस्पिटल में
एचआईवी रोगी के जैव अपशिष्ट का निस्तारण मानक विहीन पाया गया।
वहीं ऑक्सीजन हॉस्पिटल में बने रैंप अत्यंत फिसलनयुक्त था जिसमें सुधार की अत्यधिक आवश्यकता है । अस्पताल की कमियों को परखने के बाद चिकित्सा अधिकारियों ने अस्पताल की कमियों को देखते हुए सभी अस्पतालों को नोटिस जारी कर दिया है । अस्पतालों द्वारा जवाब प्राप्त होने के पश्चात् नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।ऐसे में निजी अस्पताल मानक विहीन आखिर कैसे चलते पाए जा रहें हैं । इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को सख़्ती दिखाना होगा तभी अस्पतालों की मनमानी पर अंकुश लग सकेगा।