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पीजीआई में आपदा से निपटने को मॉक ड्रिल 

 एसडीआरएफ की टीम ने मॉक ड्रिल कर दिखाया

 

 लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। एसजीपीजीआई में आपदा से निपटने के लिए मॉक ड्रिल की गई। मंगलवार को संस्थान परिसर में एसडीआरएफ टीम ने मॉक ड्रिल करके सुरक्षा का पूरा भरोसा दिलाया। जिसमें उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, यूपी के सहयोग से फर्स्ट एड और आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण सत्र एवं मॉक ड्रिल (भूकंप) का आयोजन सफलतापूर्वक किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. राधा के, प्राचार्य, कॉलेज ऑफ नर्सिंग ने अपना स्वागत संबोधन दिया। साथ ही प्रतिभागियों के पंजीकरण और पूर्व-परीक्षण के साथ ही सत्र का उद्घाटन हुआ। कार्यक्रम का समन्वय भूमिका सिंह, कमरान, अरुण एवं मारा दीन (ट्यूटर, कॉलेज ऑफ नर्सिंग ने किया। वहीं मुख्य अतिथि पद्म प्रो. आरके धीमान संस्थान निदेशक ने स्वास्थ्य क्षेत्र में आपदा प्रबंधन की आवश्यकता पर जोर दिया। इसी क्रम में गेस्ट ऑफ ऑनर लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी उपाध्यक्ष, यूपीएसडीएमए ने आपदा प्रबंधन और प्रतिक्रिया रणनीतियों के महत्व को रेखांकित किया। विशिष्ट अतिथि डॉ. सतीश कुमार (कमांडेंट, एसडीआरएफ, यूपी), प्रो. शलीन कुमार डीन, कर्नल वरुण बाजपेयी (वीएसएम, कार्यकारी रजिस्ट्रार), प्रो. अमिता अग्रवाल एवं प्रो. संजय धीराज ने आपदा प्रबंधन में सतर्कता एवं तैयारी की अहम भूमिका पर विचार साझा किए। तकनीकी सत्र के दौरान आपदा प्रबंधन के महत्वपूर्ण विषयों में स्वास्थ्य सेवाओं में आपदा प्रबंधन का महत्व कर्नल वरुण बाजपेयी (वीएसएम),प्राथमिक चिकित्सा के मूल सिद्धांत और कानूनी पहलू – डॉ. राधा के, आपदा प्रबंधन और जोखिम न्यूनीकरण रणनीतियाँ – अदिति उमराव (परियोजना निदेशक, ईओसी, एसडीएमए, यूपी),भूकंप से उत्पन्न राज्य की संवेदनशीलता और आपातकालीन प्रतिक्रिया तकनीकें – प्रवीण किशोर (परियोजना समन्वयक, एसडीएमए, यूपी)मॉक ड्रिल भूकंप की स्थिति में आपदा प्रबंधन को समझाने के लिए कॉलेज ऑफ नर्सिंग, द्वितीय तल, एडवांस डायबेटिक सेंटर में एसडीआरएफ अधिकारियों द्वारा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इसमें आपातकालीन प्रतिक्रिया की व्यावहारिक रणनीतियों का प्रदर्शन किया गया। सत्र का समापन डिब्रीफिंग,प्रश्नोत्तर सत्र, पोस्ट-टेस्ट, सम्मान समारोह और धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। धन्यवाद ज्ञापन भूमिका सिंह द्वारा प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम ने प्रतिभागियों में आपदा प्रबंधन को लेकर जागरूकता बढ़ाई और उन्हें आपात स्थितियों में प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया देने के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान की गयी। राष्ट्रीय गान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

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