केजीएमयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग का मना 38वां स्थापना दिवस
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने वायरल हेपेटाइटिस पर जानकारी की साझा
लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। केजीएमयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग ने अपने 38 वर्ष पूरे कर लिए हैं। मंगलवार को संस्थान के सेल्बी हाल में 38 वां स्थापना दिवस धूमधाम मनाया गया । जिसमें पूर्व छात्र, फैकल्टी, रेजिडेंट्स, कर्मचारियों ने विभाग की शिक्षा, अनुसंधान और रोगी देखभाल में उत्कृष्टता की समृद्ध विरासत को सम्मानित किया।कार्यक्रम का मुख्य विषय भारत से वायरल हेपेटाइटिस उन्मूलन की ओर,” जिसे डॉ. एकता गुप्ता, प्रोफेसर और प्रमुख, क्लिनिकल वायरोलॉजी विभाग, लिवर एवं बाइलरी साइंसेज संस्थान, नई दिल्ली ने प्रस्तुत किया।साथ ही डॉ. गुप्ता ने इस गंभीर स्वास्थ्य चुनौती पर प्रभावी रणनीतियों को रेखांकित किया और अपने गहन ज्ञान से उपस्थित लोगों को प्रेरित किया। वहीं कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रो. सोनिया नित्यानंद, कुलपति,अतिविशिष्ट अतिथि प्रो. अपजीत कौर, प्रो-वाइस चांसलर, विभागीय नेतृत्व प्रो. अमिता जैन, डीन अकादमिक्स और प्रमुख,माइक्रोबायोलॉजी विभाग, जिन्होंने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। कार्यक्रम के मुख्य अंश में विभाग का वार्षिक न्यूज़लेटर जारी किया गया, जिसमें विभाग की प्रमुख उपलब्धियों, अनुसंधान प्रगति और एंटीबायोग्राम्स को शामिल किया गया, जो क्लिनिकल निर्णय लेने में सहायक हैं।विभाग ने अपने 10 वर्षों से अधिक सेवा देने वाले अनुबंध और परियोजना कर्मचारियों को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। साथ ही विश्व एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध जागरूकता सप्ताह 2024 के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में पोस्टर, स्किट, शॉर्ट वीडियो, अगर आर्ट और फेस पेंटिंग—के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में स्व.प्रो. आशा माथुर पूर्व प्रमुख, माइक्रोबायोलॉजी विभाग की विरासत को सम्मानित किया गया। उनके परिवार ने कार्यक्रम में भाग लिया और उनके प्रेरणादायक जीवन और चिकित्सा शिक्षा में योगदान के अनुभव साझा किए।इस अवसर पर प्रो. सोनिया नित्यानंद ने माइक्रोबायोलॉजी के स्वास्थ्य सेवा में महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित किया और विभाग की उत्कृष्टता की निरंतर प्रतिबद्धता की सराहना की।कार्यक्रम में कई प्रमुख फैकल्टी उपस्थित रहे, जिनमें प्रो. अशोक चंद्र सेवानिवृत्त, प्रो. विमला वेंकटेश, प्रो. गोपा बनर्जी, प्रो. आरके गर्ग, प्रो. प्रशांत गुप्ता, प्रो. यूएस सिंह, प्रो. सुरेश बाबू, प्रो. जेडी रावत, प्रो. विनीता मित्तल, प्रो. सुरेश कुमार, प्रो. अमित आर्या, डॉ. पारुल, डॉ. सुरुचि, डॉ. श्रुति आदि शामिल थे।कार्यक्रम का आयोजन प्रो. आरके कल्याण और डॉ. शीतल वर्मा द्वारा किया गया।