केजीएमयू की रेजिडेंट डॉक्टर की हालत में हुआ सुधार
कुलपति ने तत्परता दिखाने वाली समस्त टीम को दी बधाई
लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। केजीएमयू के छात्रावास की मंजिल से नीचे बेहोशी हालात में मिलने वाली जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर की हालत में सुधार हो रहा है। गुरुवार को इमरजेंसी ट्रामा सेंटर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रेमराज सिंह ने जानकारी साझा की। जिसमें बताया कि रेजिडेंट डॉक्टर वह पूरी तरह से हीमोडायनामिकली स्थिर है और तेजी से स्वस्थ हो रही है। वहीं संस्थान कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ और प्रशासनिक टीम की तत्परता, समर्पण और कुशलता की बधाई देते हुए कहा कि उपचार में कोई देरी या व्यवधान ना हो। समस्त केजीएमयू परिवार अपने सदस्य के शीघ्रातिशीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता है। बता दें कि बीते 14 जनवरी मंगलवार की सुबह लगभग 8:15 बजे मेडिसिन विभाग की प्रथम वर्ष की रेजिडेंट छात्रा अपने छात्रावास की ऊपरी मंजिल से गिरकर अर्धचेतन अवस्था में पाई गई। घटना की गंभीरता को देखते हुए गार्ड ने तुरंत प्रोवोस्ट को सूचित किया और छात्रा को संबंधित अधिकारी द्वारा आपातकालीन स्थिति में ट्रॉमा सेंटर लाया गया। जहाँ ट्रॉमा सर्जरी विभाग के विशेषज्ञ फैकल्टी चिकित्सक डॉ. समीर मिश्रा एवं डॉ. अनीता सिंह के नेतृत्व में छात्रा का तुरंत इलाज शुरू किया गया।रोगी को स्थिर करने के बाद त्वरित रूप से उसका सीटी स्कैन, खून की जांच आदि आवश्यक परीक्षण करने के पश्चात ट्रॉमा सेंटर के क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग में भर्ती कर दिया गया था । इसके पश्चात् 15 जनवरी को ऑर्थोपेडिक सर्जन द्वारा सफलतापूर्वक सर्जरी की गई। जिसमें डिब्राइडमेंट के साथ दोनों पैरों में एक्सटर्नल फिक्सेटर लगाया गया और के-वायर फिक्सेशन के माध्यम से दोनों पैरों की लिसफ्रेंक फ्रैक्चर का ऑपरेशन किया गया। वहीं सर्जरी के दौरान छात्रा को एक यूनिट रक्त चढ़ाया गया। ऑपरेशन के दौरान उसके महत्वपूर्ण स्वास्थ्य संकेतक स्थिर रहे। शल्य चिकित्सा के बाद उसे लगातार वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखते हुए क्रिटिकल केयर यूनिट में निगरानी में रखा गया। इसी क्रम 16 जनवरी को डॉक्टरों की देखरेख में छात्रा का सफलतापूर्वक एक्सयूबेशन वेंटीलेटर से बाहर निकाला गया। वह पूरी तरह से हीमोडायनामिकली स्थिर है और तेजी से स्वस्थ होना बताया जा रहा है।