जस्टिस सूर्यकांत बने भारत के 53 वें मुख्य न्यायाधीश, ली शपथ
राष्ट्रपति ने पद और गोपनीयता की दिलाई शपथ, प्रधानमंत्री रहे मौजूद

दिल्ली। लखनऊ, भारत प्रकाश न्यूज़। भारत के 53 वें मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सूर्यकांत को शपथ दिलाई गयी। सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जस्टिस सूर्यकांत को भारत के मुख्य न्यायाधीश के पद पर जस्टिस सूर्यकान्त को शपथ दिलाई।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश दुनिया के न्यायाधीश मौजूद रहे। शपथ समारोह में जस्टिस सूर्यकांत ने भारत के 53वें CJI के तौर पर शपथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में समारोह में उन्हें शपथ दिलाई।
जस्टिस सूर्यकांत ने भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ ग्रहण किया।जस्टिस सूर्यकांत सुप्रीम कोर्ट के पूर्व CJI भूषण आर. गवई के उत्तराधिकारी बने हैं। कार्यकाल लगभग 14 महीने का होगा।
शपथ ग्रहण के साथ ही उन्होंने औपचारिक रूप से देश की शीर्ष न्यायपालिका की कमान संभाल ली है। ज्ञात हो कि CJI भूषण आर. गवई ने संविधान के अनुच्छेद 124(2) के तहत सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ जज जस्टिस सूर्यकांत के नाम की सिफारिश की थी, जिसे राष्ट्रपति ने मंजूरी दे दी थी।
सेवानिवृत्त हुए बीआर गवई..
CJI बी आर गवई के 65 वर्ष की आयु पूरी होने पर वे सेवानिवृत्त हो गए। सेवानिवृत्ति से पहले उन्होंने परंपरा को जारी रखते हुए वरिष्ठतम न्यायाधीश को अपना उत्तराधिकारी चुना।
इस समय न्यायपालिका और सरकार के बीच कई संवेदनशील मुद्दे लंबित हैं, ऐसे में जस्टिस सूर्यकांत का कार्यकाल महत्वपूर्ण माना जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट में लंबित मामलों को कम करना, न्यायिक सुधारों को गति देना और न्यायपालिका की पारदर्शिता बढ़ाना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल हो सकता है।
समारोह के दौरान सात देशों के न्यायधीश शपथ ग्रहण का साक्षी बने। वहीं जस्टिस सूर्यकांत शपथ लेने के बाद राष्ट्रपति से मिले। इसके पश्चात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने लगे इतने में प्रधानमंत्री कुर्सी छोड़कर हाथ मिलाया। इसके बाद वह अन्य न्यायाधीशों से मिले।



