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आरएमएल में ब्रेस्ट कैंसर के निदान पर मंथन

पार्थ सारथी सेन शर्मा, डॉ सीएम सिंह, डॉ दिनेश सिंह, डॉ पराग भामरे, डॉ अल्का शर्मा रही मौजूद 

 

लखनऊ, भारत प्रकाश न्यूज़। ब्रेस्ट कैंसर की प्रभावी रोकथाम के लिए गहन मंथन किया गया। गुरुवार को डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान में संस्थान चिकित्सा में जेएचपीआईइजीओ के सहयोग से उच्च-स्तरीय बैठक की गयी ।

जिसमें मुख्य अतिथि पार्थ सारथी सेन शर्मा प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की अध्यक्षता में प्रमुख बिन्दुओ में ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता, शुरुआती पहचान, निदान को मजबूत करने के लिए रणनीतियों का पता लगाने के लिए विचार विमर्श किया गया।

वहीं संस्थान निदेशक प्रो.सीएम सिंह और अन्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ शामिल थे। बैठक के दौरान विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधि अकादमिक, विशेषज्ञ, शोधकर्ता, निजी क्षेत्र, स्वास्थ्य विशेषज्ञ, सामुदायिक संगठन अपने-अपने विचारो को साझा करने के लिए मौजूद रहे।

पार्थ सारथी सेन शर्मा द्वारा साझा किए गए महत्वपूर्ण बिंदुओं से शुरआत कर चर्चाओं की ठोस कदमों की पहचान करने में मदद की। साथ ही प्रो. डॉ. सीएम सिंह ने अपने प्रेरणादायक संदेश पेश करते हुए इस पहल के लिए अपने अटूट समर्थन की बात करते हुए और उत्तर प्रदेश में देखभाल के संपूर्ण चक्र में संस्थान की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।

झापिजो के डॉ. पराग भामरे ने रोग के भार, वैश्विक रणनीतियों और लक्ष्यों पर चर्चा की जो इसे कम करने के लिए हासिल की जानी चाहिए।

समुदायिक गतिविधियों से लेकर स्वास्थ्य प्रणाली को सुदृढ़ बनाने तक की विभिन्न स्तरों को मजबूत करने की योजनाओं पर प्रकाश डाला गया।

इसी क्रम में वीडियो के माध्यम से संस्थान और शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में किए गए जागरूकता अभियानों की प्रभावशाली गतिविधियाँ प्रदर्शित की गईं। जिसमें समुदायों को संलग्न करने के महत्व को उजागर किया गया।

इसके साथ राज्य एनसीडी नोडल अधिकारी डॉ. अल्का शर्मा द्वारा प्रस्तुति दी गई, जिसमें सरकार के दृष्टिकोण की स्पष्ट समझ प्रदान की गई और चर्चाओं को प्रणालीगत प्राथमिकताओं के साथ समन्वित किया गया।उन्होने

समय पर ब्रेस्ट कैंसर निदान के लिए चुनौतियों पर काबू पाने और समाधान खोजने” नामक एक विचार-विमर्श सत्र के बारे में कहा कि जो इस वर्ष की थीम “कोई भी महिला ब्रेस्ट कैंसर का अकेले सामना न करे” के साथ मेल खाता था।

कार्यक्रम में डीन डॉ. प्रद्युम्न सिंह, सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ. एस.डी कांडपाल झापिजो के डॉ. दिनेश सिंह ने इस सत्र में विभिन्न क्षेत्रों में आने वाली चुनौतियों और संभावित समाधानों पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए।

सत्र के अंत में, हितधारकों ने ब्रेस्ट कैंसर देखभाल के प्रति जागरूकता माह से परे इस पहल को जारी रखने के लिए सहयोगात्मक तरीके से आगे बढ़ने की प्रतिबद्धता व्यक्त की और महिलाओं उनके परिवारों को ब्रेस्ट कैंसर देखभाल में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए सशक्त बनाना आवश्यक है।

स्वयं-ब्रेस्ट परीक्षण और प्रशिक्षित प्रदाताओं द्वारा क्लीनिकल ब्रेस्ट परीक्षण को बढ़ावा देना शुरुआती पहचान के प्रयासों की नींव है। इसके अलावा एक मजबूत निदान टरायड का होना और स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी मूल्यांकन अध्ययन सहित आर्थिक आकलन करना,

हमें सबसे प्रभावी स्क्रीनिंग और निदान विधियों का आकलन करने में मदद करेगा। इन चर्चाओं ने आज के विचार-विमर्श सत्र के लिए एक मजबूत नींव रखी है, जिसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश में ब्रेस्ट कैंसर देखभाल तक पहुंच और परिणामों में सुधार के लिए सार्थक नीति हस्तक्षेप को आकार देने की बात की गयी।

 

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