डिप्टी सीएम ने किया 84 स्वास्थ्य इकाइयों का लोकार्पण व शिलान्यास
प्रदेश के 31 अस्पताल आधुनिक उपकरण से होंगे लैस

राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान (ट्रेनिंग सेंटर) से नवीन स्वास्थ्य इकाई से दी नई उड़ान
लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी से चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाओं को नई उड़ान दी गयी। बुधवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इंदिरा नगर स्थित राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान (ट्रेनिंग सेंटर) में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की 500 करोड़ रुपए मूल्य की 84 नवीन स्वास्थ्य इकाइयों के शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। साथ ही डिप्टी सीएम ने सम्बोधित करते हुए कहा कि
2017 के बाद से स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है। पूर्व की सरकारों में स्वास्थ्य विभाग की क्या स्थिति थी, यह किसी से छिपी नहीं है। हमारी सरकार की प्राथमिकता आमजन को उच्चस्तर का गुणवत्तापरक उपचार उपलब्ध कराना है।
हमने अपने अस्पतालों को अपग्रेड किया है। वहां अत्याधुनिक मशीनों की स्थापना की है। चिकित्सकों, पैरा मेडिकल स्टाफ के साथ सभी इकाइयों में मैन पावर भी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 65 मेडिकल कॉलेज पूरे क्षमता के साथ काम कर रहे हैं। 18 नए मेडिकल कॉलेज भी खोले गए हैं।
इन मेडिकल कॉलेजों के साथ ही 27 नए पैरा मेडिकल कॉलेज भी बनाए गए हैं। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि हर दिन हमारे अस्पतालों में दो लाख से अधिक मरीज आ रहे हैं। चिकित्सा शिक्षा से जुडे संस्थानों की संख्या इसमें शामिल नहीं है।
इसमें जनपद सीतापुर में 200 शैय्या युक्त जनपद स्तरीय चिकित्सालय अति महत्वपूर्ण है। डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वस्थ भारत के मिशन को साकार करने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
इन जिलों में हुआ शिलान्यास एवं लोकार्पण..
लखनऊ, गोरखपुर, आगरा, गाजीपुर, कौशाम्बी, बस्ती, मुजफ्फर नगर, अयोध्या, अलीगढ़, गोण्डा, बागपथ, बलरामपुर, हाथरस, बदायूं, जालौन, एटा, मऊ, बलिया, भदोही, कानपुर नगर, मिर्जापुर, श्रावस्ती, बहराइच, रामपुर, बिजनौर, संभल, चंदौसी, कुशीनगर,
महाराजगंज, अमरोहा, गाजीपुर, फतेहपुर, संतकबीर नगर, प्रतापगढ़, सीतापुर, आजमगढ़, जालौन, ललितपुर, हमीरपुर, अम्बेडकर नगर, अमेठी, सुल्तानपुर, उन्नाव, कानपुर देहात, बांदा, सिद्धार्थ नगर, शामली, हापुड़, रायबरेली, जौनपुर, मथुरा, मैनपुरी जिलों में स्वास्थ्य इकाइयों का हुआ शिलान्यास एवं लोकार्पण।
एक वर्ष में मेडिकल कॉलेज खुलने का रिकार्ड..
डिप्टी सीएम ने कहा कि इस समय 108 जनपदीय चिकित्सालय, 259 विशिष्ट चिकित्सालय, 972 सीएचसी, 3735 पीएचसी, 25774 स्वास्थ्य उपकेंद्र एवं 22681 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
पिछले वर्ष प्रदेश में 13 नए राजकीय मेडिकल कॉलेज और पीपीपी मोड के आधार पर तीन नए मेडिकल कॉलेज खोले गए। इतनी बड़ी संख्या में प्रदेश में कभी भी एक वर्ष में मेडिकल कॉलेज नहीं खुले हैं।
प्रदेश में पांच करोड़ से अधिक बने आयुष्मान कार्ड..
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संचालित आयुष्मान जन आरोग्य योजना के तहत लोगों को पांच लाख रुपये तक की निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। प्रदेश में अब तक पांच करोड़ से अधिक लोगों के आयुष्मान कार्ड बने हैं।
57 लाख से अधिक लोगों को निःशुल्क उपचार मिल चुका है, जिनमें नौ हजार करोड़ रुपए की धनराशि सरकार द्वारा वहन की गई है।
हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्टर के हर क्षेत्र में हुआ काम..
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि उत्तर प्रदेश में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के हर क्षेत्र पर काम हुआ है। प्राथमिक क्षेत्र में 21000 से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थापित किए गए। बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मचारियों की पारदर्शी आधार पर भर्ती की गई।
जिससे एक और ज़मीनी स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हुआ, वहीं हजारों बहनों को सम्माजनक रोज़गार मिला। हेल्थ मॉनिटरिंग के लिए हमने आधुनिक डिजिटल टूल्स का इस्तेमाल किया। जिला अस्पतालों में दिन और रात निगरानी के लिए सेंट्रल कमांड सेंटर बनाया। जिसके माध्यम से पूरे प्रदेश के जिला अस्पतालों में 5000 से ज़्यादा सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से निगरानी की जाती है।
प्रदेश के 31 अस्पताल आधुनिक सुविधाओं से होंगे लैस..
डिप्टी सीएम ने कहा कि यूपी के 31 अस्पतालों को आधुनिक उपकरणों से लैस किया जाएगा। इसके लिए 10.74 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि रोगियों को उच्च कोटि के इलाज की सुविधा मुहैया कराने के लिए सरकार लगातार कदम उठा रही है।
प्रदेश के सरकारी अस्पतालों को अपग्रेड करने का काम लगातार चल रहा है। यूपी के 31 अस्पतालों को प्रदेश सरकार ने बड़ी सौगात दी है। 10 करोड़ 74 लाख रुपये से अधिक के बजट की अस्पतालों को प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है। इस बजट से आधुनिक उपकरण खरीदे जाएंगे।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि अस्पतालों में आधुनिक उपकरण होने से रोगियों को जांच व उपचार में मदद मिलेगी। रोगियों को घर के नजदीक व संबंधित जिले में ही उपचार मिल सकेगा। इससे रोगियों का समय बचेगा। आवागमन व ठहरने का खर्च बचेगा। बड़े अस्पतालों से रोगियों का दबाव भी कम होगा।
बजट की संजीवनी में शामिल जिले..
वाराणसी, फिरोजाबाद, बदायूं, कासगंज, उरई, बागपत, अमेठी, लखनऊ के चार अस्पताल, औरेया, सीतापुर, अयोध्या, मथुरा, बुलंदशहर, मऊ, बांदा के दो अस्पताल, जालौन, मैनपुरी, महाराज गंज, भदौही, झांसी,
बाराबंकी, मेरठ, फरुखबाद, आजमगढ़, लखीमपुर खीरी, हरदोई, जौनपुर को बजट की संजीवनी मिली है। इस मौके चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, एमएलसी पवन सिंह चौहान, डीजी हेल्थ डॉ. आरपीएस सुमन, डॉ. जीपी गुप्ता,डॉ. अमित सिंह समेत अन्य पार्टी पदाधिकारी, चिकित्साधिकारी मौजूद रहे।



