संस्थान पर्यावरण को स्वच्छ व स्वस्थ बनाने को समर्पित- डॉ. शासनी
एनबीआरआई में मना राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाने के साथ और स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण के लिए विशेषज्ञों ने जोर दिया। गुरुवार को राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान में 1 से 15 मई के मध्य आयोजित ‘स्वच्छता पखवाड़ा अभियान का समापन किया गया। जिसका उद्देश्य संस्थान के वैज्ञानिकों, कर्मचारियों, शोधार्थियों में स्वच्छता, स्थिरता और पर्यावरणीय जिम्मेदारी को बढ़ावा देना था।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश शासन के नगर विकास विभाग की विशेष सचिव रितु सुहास, आईएएस समापन समारोह की मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रही। उन्होंने संबोधित करते हुए स्वच्छ और ग्रीन भारत के सपने को साकार करने में पर्यावरण अनुकूल शैली के लिए व्यवहार परिवर्तन और सामुदायिक भागीदारी के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने संस्थान द्वारा पर्यावरण विज्ञान एवं प्रदूषण निदान के क्षेत्र में किये गये अनुसंधान कार्यों की सराहना भी की। रितु सुहास से बताया कि उत्तर प्रदेश का नगर विकास विभाग संस्थान के साथ मिल कर एनबीआरआई की तकनीकों के माध्यम से अपशिष्ट निपटान और उसके प्रबंधन पर काम कर रहा है।
हम लखनऊ शहर के अत्यधिक तापमान वाले इलाकों को भी चिन्हित करने के साथ साथ उचित वृक्षारोपण रणनीति के माध्यम से अत्यधिक गर्मी के मौसम से निपटने के लिए भी कार्य कर रहे हैं। वहीं
संस्थान के निदेशक डॉ. एके शासनी ने सभी प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए शोध, शिक्षा और आउटरीच कार्यक्रमों के माध्यम से स्वच्छ भारत मिशन के प्रति संस्थान की निरंतर प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। डॉ. शासनी ने कहा कि संस्थान नवाचार सहयोग और सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से पर्यावरण को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए समर्पित हैं।
पखवाड़े के दौरान स्वच्छता अभियान, जागरूकता अभियान, वृक्षारोपण गतिविधियाँ और अपशिष्ट प्रबंधन पर कार्यशालाएँ सहित कई गतिविधियाँ आयोजित की गईं। कर्मचारियों, शोधार्थियों, स्कूली छात्रों और स्थानीय निवासियों ने सामूहिक जिम्मेदारी और नागरिक कर्तव्य की भावना को दर्शाते हुए सक्रिय रूप से भाग लिया। इस मौके पर संस्थान स्टाफ के बच्चों ने चित्रकला और निबंध प्रतियोगिता भाग दिया और विजेताओं को सम्मानित किया गया।
इसके अलावा संस्थान द्वारा राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के उपलक्ष्य में आम जनता और छात्रों के लिए प्रयोगशालाएं खुली रही। जिसे संस्थान ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के उपलक्ष्य में ‘ओपन डे’ मनाया। ज्ञात हो कि
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पूरे देश में 11 मई 1998 की याद में मनाया जाता है। जिस दिन भारत ने पोखरण में सफलतापूर्वक परमाणु परीक्षण करके एक बड़ी तकनीकी सफलता हासिल की थी। इसी दिन पहली बार स्वदेशी विमान “हंसा-3” का परीक्षण बैंगलोर में किया गया था और इसी दिन भारत ने त्रिशूल मिसाइल का सफल परीक्षण किया था।
इस वर्ष लखनऊ एवं आस-पास के जिलों के 15 विद्यालयों,महाविद्यालयों के 1000 से अधिक विद्यार्थियों ने इस अवसर पर विभिन्न प्रयोगशालाओं, वनस्पति उद्यान, हर्बेरियम, दूरस्थ अनुसंधान केन्द्र, बंथरा के प्लांट हाउस का भ्रमण किया। संस्थान के वैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों ने आगंतुकों,विद्यार्थियों से बातचीत की तथा संस्थान की विभिन्न अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों, उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी।



