डॉक्टरों ने 7 वर्षीय बच्ची की सर्जरी कर दी नई जिंदगी
बाल शल्य चिकित्सा विभाग ने की जटिल बीमारी की सर्जरी, मरीज स्वस्थ

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। केजीएमयू के बाल शल्य चिकित्सा विभाग के डॉक्टरों ने 7 वर्षीय बच्ची की सफल सर्जरी कर नई जिंदगी प्रदान की है। बाराबंकी गंगापुर संसारा बीजापुर के रहने वाली मरीज 7 वर्षीय बालिका पुत्री प्रेम मिश्रा की बच्ची को जन्म से पैखाने का रास्ता नहीं था और पैखाना बच्चेदानी के रास्ते में आ रहा था।
जिसका ऑपरेशन 2017 से किया गया और जन्म से ही बच्ची को लगातार मूत्र टपकने की शिकायत भी थी। वहीं जब बच्ची के पिता थक हार कर केजीएमयू के बाल शल्य चिकित्सा विभाग पहुंचे। जहाँ विभागाध्यक्ष प्रो. जेडी रावत ने बिना देरी किए बच्ची को भर्ती कर अल्ट्रासाउंड और न्यूक्लियर स्कैन में बाईं ओर की जाँच कराई।
जिसमें गुर्दा अत्यंत छोटा और कार्य नहीं कर रहा था,जबकि दायां गुर्दा सामान्य था। साथ ही, बच्ची को लंबे समय से उच्च रक्तचाप की दिक्कत थी,जो औषधियों से नियंत्रित नहीं हो रहा था। इसलिए प्रो. रावत के निर्देशन. में आपरेशन करने की योजना बनायी गयी।
बुधवार को प्रो. जेडी रावत ने बताया कि 28 जुलाई को दूरबीन विधि से बाईं ओर की नेफ्रयूरेटरेक्टॉमी (गुर्दा व मूत्रनली को हटाने की शल्यक्रिया) की गई।
ऑपरेशन के दौरान यह पाया गया कि बायां गुर्दा अत्यंत छोटा था और मूत्रनली फूली हुई (डायलेटेड) थी। मूत्रनली का अंतिम छोर असामान्य रूप से योनि में खुल रहा था। ऐसी परिस्थिति में पूर्ण लैप्रोस्कोपिक नेफ्रयूरेटरेक्टॉमी की गई।
शल्यक्रिया सफलतापूर्वक पूर्ण हुई। मेडिकल रिपोर्टर ने जब बच्ची के परिजनों से इलाज से संतुष्टि जानी तो पूर्णतया परिजन संतुष्ट होने की बात बताई और कहा बच्ची स्वस्थ है।
वहीं सर्जरी टीम में प्रो. जेडी रावत, डॉ. राहुल कुमार राय एवं डॉ. मनीष राजपूत शामिल रहे। एनेस्थीसिया टीम का नेतृत्व डॉ. नील कमल और साथ में सिस्टर सुधा ने सहयोग दिया।



