मधुमेह सबसे तेजी से बढ़ती स्वास्थ्य चुनौतियों में एक -डॉ. कविता आर्या
बलरामपुर अस्पताल में विश्व मधुमेह दिवस गोष्ठी

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। बलरामपुर पर अस्पताल में विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर जागरूकता गोष्ठी आयोजित की गयी।
जिसका मुख्य उद्देश्य मधुमेह की रोकथाम, समय पर पहचान तथा जीवनशैली में आवश्यक सुधार के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए किया गया। जिसमें नर्सिंग कॉलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा समुदाय में जाकर मधुमेह के लक्षण, बचाव, आहार व जीवनशैली संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी दी ।
साथ ही ओपीडी परिसर में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा गोष्ठी का आयोजन कर मरीजों व तीमारदारों मधुमेह बचाव सम्बंधित जानकारी प्रदान की गयी।
इसके साथ ही बच्चों द्वारा स्किट प्रस्तुति एवं पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसने उपस्थित जनमानस को मधुमेह के कारण, लक्षण एवं नियंत्रण उपायों से सरल एवं प्रभावी ढंग से अवगत कराया।
गोष्ठी के दौरान डॉ. आरएन मिश्रा, हेड ऑफ मेडिसिन विभाग, एवं डॉ. विष्णु कुमार, वरिष्ठ चिकित्सक, बलरामपुर चिकित्सालय ने मधुमेह के कारण, जोखिम कारकों, उपचार व रोकथाम पर विस्तृत जानकारी प्रदान की।
उन्होंने बताया कि समय पर जांच, संतुलित आहार, नियमित व्यायाम एवं जीवनशैली में सुधार द्वारा मधुमेह को प्रभावी रूप से नियंत्रित किया जा सकता है।
कार्यक्रम में एनसीडी कार्यक्रम की प्रभारी डॉ. रुखसाना सहित अस्पताल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। वहीं निदेशक, डॉ. कविता आर्या ने कहा कि “मधुमेह आज की सबसे तेजी से बढ़ती स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है।
सामुदायिक स्तर पर जागरूकता और समय पर जांच ही इससे बचाव का सबसे सशक्त माध्यम है। इसके लिए चिकित्सालय जनस्वास्थ्य सेवाओं के प्रति सदैव प्रतिबद्ध है।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी ने कहा कि “अस्पताल में मधुमेह जांच की सुविधाएं उपलब्ध हैं और आमजन को इसका अधिक से अधिक लाभ लेना चाहिए। ऐसे कार्यक्रम लोगों में जागरूकता बढ़ाने में अत्यंत सहायक हैं।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. देवाशीष शुक्ला, जो एक मनोचिकित्सक ने कहा कि “तनाव और अवसाद भी मधुमेह के प्रमुख कारणों में शामिल हैं। मानसिक स्वास्थ्य को संतुलित रखकर और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर मधुमेह की रोकथाम संभव है।
चिकित्सालय द्वारा निरंतर ऐसे जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहेंगे।



