बड़ी काली मंदिर में भक्तों ने की माँ के पंचम स्वरुप की पूजा
घर में बने व्यंजनों से माँ को लगाया भोग

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी में माता रानी के मंदिरों में भक्तों की दिखी भक्ति। गुरुवार को चैत्र नवरात्रि के पंचम दिवस चौक स्थित बड़ी काली मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ माँ के दर्शन प्रसाद श्रंगार आदि के लिए लगी रही। वहीं महंत विवेकानंद गिरी महाराज ने बताया नवदुर्गा के छठे स्वरूप में मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। मां कात्यायनी का जन्म कात्यायन ऋषि के घर हुआ था। इसलिए इन्हें कात्यायनी कहा जाता है ।इनकी चार भुजाओं में अस्त्र-शस्त्र और कमल का पुष्प है। साथ ही मीडिया प्रभारी अभय उपाध्याय ने बताया मंदिर को प्रातः 5 बजे से ही साफ सफाई कर भक्तों के दर्शन के लिए कपाट खोल दिए जाते हैं । मंदिर समिति के नियम अनुसार गर्भ ग्रह में पुरुष भारतीय वेशभूषा में धोती कुर्ता एवं महिलाएं साड़ी व सूट में ही प्रवेश कर दर्शन और पूजा अर्चना कर सकती है। मंदिर समिति एवं भक्तों द्वारा माता का दिन भर में तीन बार श्रृंगार किया जाता है एवं पांच बार भोग की व्यवस्था भक्तों द्वारा की जाती है। जिसमें घर से बनी पूड़ी सब्जी हलवा चना मीठा इत्यादि व्यंजनों से माता का भोग भक्तों द्वारा लगाया जाता है। मन्दिर में विशेष रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सिविल डिफेंस एवं अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा सेवादार के रूप में सेवा दी जाती है। मंदिर प्रांगण में मुंडन,छेदन, गोद भराई आदि कई कार्यक्रम समिति की आज्ञा से चलते रहते हैं। नवरात्र में सभी दिन मंदिर में फलाहार एवं भंडारे की पर्याप्त व्यवस्था की जाती है जो की सुबह से ही भक्तों के लिए उपलब्ध रहती है । मंदिर व्यवस्था में मुख्य रूप से पुजारी शक्तिदीन अवस्थी मिश्रा बाबा आदर्श महाराज, शिवम् पांडेय, विष्णु,दीपूअवस्थी, धीरू अवस्थी, मुकुंद मिश्रा, राहुल तुषार अन्य सेवादार उपस्थित रहे।