कर्मचारी को जान से मारने की धमकी पर,भड़का कर्मचारी परिषद
परिषद ने कुल सचिव को लिखा पत्र, कार्रवाई की उठाई मांग

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। केजीएमयू कर्मचारी परिषद में आक्रोश व्याप्त हो गया है। बता दें कि बीते दिनों 19 अप्रैल को सीवी हॉस्टल कैंटीन प्रभारी वरिष्ठ सहायक कर्मचारी संजीव कुमार पाण्डेय को जान से मारने की धमकी मिली थी। उन्होंने संस्थान कुलसचिव को लिखित शिकायत पत्र जारी कर मदद की गुहार लगाई थी।
जिसमें संजीव कुमार पाण्डेय ने कैंटीन संचालक से नियम व शर्तो के प्रपत्र की मांग की थी। जिस पर कैंटीन संचालक नियम शर्तो व प्रपत्रों को न देकर दबंगई, गाली गलौज करना व जान से मारने की धमकी देने की लिखित शिकायत कुलसचिव से की थी।
वहीं बीते सोमवार को जान से मारने धमकी मामले को लेकर कर्मचारी परिषद अध्यक्ष विकास सिंह महामंत्री अनिल कुमार द्वारा नाराजगी जाहिर करते हुए कुलसचिव को पत्र जारी कर कार्रवाई करने की मांग की है। परिषद द्वारा जारी पत्र में कहा कि हॉस्टल के वर्तमान मेस संचालक द्वारा न केवल अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया गया, बल्कि उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई। यह कृत्य एक गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है।
जिसे किसी भी परिस्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता। यह स्थिति न केवल कार्यस्थल पर एक कर्मचारी के आत्म सम्मान और सुरक्षा के खिलाफ है, बल्कि यह विश्वविद्यालय की शांति, अनुशासन एवं प्रतिष्ठा को भी गंभीर रूप से प्रभावित भी करती है। साथ ही
कर्मचारी परिषद् इस विषय को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए लिखित बिंदुओं पर त्वरित कार्रवाई की मांग की है। जिसमें प्रमुख बिन्दुओं में आपराधिक कार्रवाई संजीव पांडे की शिकायत के आधार पर संबंधित मेस संचालक के विरुद्ध बीएनएस की धाराओं के अंतर्गत एफआईआर दर्ज कराई जाए। इससे विश्वविद्यालय के अन्य कर्मचारियों के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत करेगा।
परिषद का कहना है कि ऐसे किसी भी आपराधिक आचरण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे व्यक्ति का किसी भी प्रकार से विश्वविद्यालय परिसर में कार्य करना उचित नहीं है। मेस संचालन का अनुबंध तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाए तथा भविष्य में उसे किसी भी प्रकार की जिम्मेदारी न दी जाए और आवंटन प्रक्रिया में पारदर्शिता लायी जाए। जिसमें मेस संचालन एवं प्रबंधन से संबंधित किसी भी प्रकार का आवंटन सिर्फ कलसचिव कार्यालय द्वारा पारदर्शी प्रक्रिया के तहत किया जाए।
जिससे अनियमितताओं की संभावना समाप्त हो सके। कर्मचारी परिषद ने अपना स्पष्ट रुख दिखाते हुए कहा कि यदि इस प्रकार के मामलों में शीघ्र व कठोर कार्रवाई नहीं की गयी तो यह परिसर
में कार्यरत कर्मचारियों के मनोवल को प्रभावित करेगा और विवि प्रशासन पर अविश्वास की स्थिति पैदा हो जाएगी। ऐसे में जब संस्थान प्रशासन को अनुशासन बनाये रखने के नियम व शर्तो को पूर्णतया लागू करना होगा।
जिससे बिना टेंडर प्रक्रिया किए कैंटीन चलाने की अनुमति देना भी नियम व शर्तो का उलंघन माना जा सकता है। इसके लिए संस्थान प्रशासन को त्वरित कार्रवाई करनी होगी तभी शांति व्यवस्था बनी रह सकती है।
कर्मचारी को जान से मारने की धमकी मिली है तो वह लिखित शिकायत को लेकर पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराये,हम लोग सहयोग करेंगे। कैंटीन की मॉनिटरिंग करने का आदेश हो गया है। संस्थान में जितनी भी कैंटीन चल रही हैं, सबका वेरीफिकेशन कराया जायेगा।
डॉ. केके सिंह
प्रवक्ता केजीएमयू लखनऊ