मुख्य सचिव ने सभी जिलों में टीबी अभियान चलाने के दिए निर्देश
1938 टीबी रोगियों की हुई पहचान,134 नि:क्षय मित्र पंजीकृत
लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। प्रदेश के सभी जिलों में टीबी अभियान चलाने के निर्देश जारी किए गए हैं। शनिवार को उत्तर प्रदेश के 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव, मनोज कुमार सिंह ने कहा कि टीबी की स्क्रीनिंग बढ़ाने के लिए आशा कार्यकर्ताओं को टीबी के 10 लक्षणों के बारे में बताया जाये। उन्होंने टीबी रोगियों की पहचान होने पर उनका इलाज तुरंत शुरू करने, नि:क्षय पोषण योजना एनपीवाई में सुधार करने, जनपदों में जो नि:क्षय वाहन चलाये जा रहे हैं उनमें ट्रूनॉट मशीनों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आशा द्वारा जांच की गई आबादी को टीबी के लक्षण, जाँच और उपचार सम्बन्धी जानकारी वाले हैंडबिल दिए जाएं। इसके साथ ही अभियान में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए टीबी मरीजों को दी जाने वाली पोषण पोटली का वितरण स्वयं सहायता समूहों द्वारा किया जाना चाहिए।मुख्य सचिव ने अन्य 60 जनपदों में भी 100 दिवसीय टीबी अभियान शुरू करने के निर्देश दिए |राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ. शैलेन्द्र भटनागर ने अभियान की प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि अब तक इस अभियान के तहत 15 जनपद की कुल 27.31 लाख की उच्च जोखिम वाली जनसँख्या को अच्छादित किया गया। जिसमें से 1.04 लाख लोगों की टीबी के संभावित लक्षणों के आधार पर स्क्रीनिंग की गयी। जिनमें 1938 लोगों में टीबी की पुष्टि हुयी। जिसमे से 1590 लोगों का टीबी का इलाज शुरू कर दिया गया है।सर्वाधिक 238 टीबी के मरीज सीतापुर में, 235 रामपुर में, 184 बाराबंकी में 149 रायबरेली में और 143 हाथरस में मिले हैं | इसके अलावा 3994 लोगों को टीबी प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट दिया जा रहा है।इन 12 दिनों में 6342 नि:क्षय शिविर लगाये गए और प्रचार प्रसार तथा टीबी की जाँच के लिए हर दिन 48 नि:क्षय वाहन रवाना किये गए। इसके अलावा अभियान के इन 12 दिनों में 134 निक्षय मित्र पंजीकृत हुए हैं।
उच्च जोखिम वाले समूहों में..
60 साल से अधिक आयु वर्ग के लोग।18.5 किग्रा.मी2 से कम बीएमआई वाली कुपोषित जनसँख्या। डायबिटीज रोगी एवं एचआईवी व्यक्ति |धूम्रपान एवं नशा करने वाले व्यक्ति। इलाज प्राप्त कर रहे टीबी रोगियों के साथ रहने वाले तथा इलाज पूरा कर चुके व्यक्ति।इन 15 जनपदों में चल रहा 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान अमेठी, अयोध्या, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, इटावा, फर्रुखाबाद, हाथरस, पीलीभीत, प्रतापगढ़, रायबरेली, रामपुर, सिद्धार्थनगर, सीतापुर एवं सुल्तानपुर शामिल हैं।