एनबीआरआई में विश्व मृदा दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम
कार्यक्रम 104 छात्रों और 12 शिक्षकों ने किया प्रतिभाग
लखनऊ, भारत प्रकाश न्यूज़। मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए जागरूक किया गया। गुरुवार को सीएसआईआर-एनबीआरआई स्थित पर्यावरण सूचना, जागरूकता, क्षमता निर्माण और आजीविका कार्यक्रम केंद्र के द्वारा चंद्र भानु गुप्त कृषि पीजी कॉलेज में विश्व मृदा दिवस पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मिट्टी की देखभाल मापन, अनुश्रवण, प्रबंधन की जानकारी दी गई। कार्यक्रम के दौरान 104 छात्रों और 12 शिक्षकों ने भाग लिया ।
जिसका उद्देश्य स्थायी पारिस्थितिकी तंत्र और खाद्य सुरक्षा के लिए मृदा स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। इस अवसर पर कॉलेज की प्राध्यापक डॉ. फ़िदा हुसैन अंसारी ने खाद्य उत्पादकता और पोषण गुणवत्ता पर चर्चा की, जबकि प्रो. गजेंद्र सिंह ने मिट्टी की गुणवत्ता और जैव विविधता पर कीटनाशकों और कीटनाशकों के नकारात्मक प्रभावों पर प्रकाश डालते हुए भविष्य के लिए मिट्टी की देखभाल के महत्व पर जोर दिया।
एनबीआरआई-ईआईएसीपी के समन्वयक डॉ. पंकज कुमार श्रीवास्तव ने छात्रों को केंद्र की गतिविधियों और मिशन लाइफ के सात विषयों के बारे में जानकारी दी। जिसमें पर्यावरण स्थिरता के लिए व्यक्तिगत पहलुओं पर जोर दिया गया। संस्थान की वैज्ञानिक और केंद्र की सह-समन्वयक डॉ. अंजू पटेल ने विश्व मृदा दिवस की थीम पर अपना व्याख्यान अपने व्याख्यान में मृदा स्वास्थ्य को मापने, निगरानी करने और प्रबंधित करने की आवश्यकता पर बल दिया। डॉ. अंजू ने मृदा स्वास्थ्य के लिए खतरों के साथ साथ संसाधन की रक्षा की साझा जिम्मेदारी बढ़ाने पर जोर दिया। इस अवसर पर छात्रों के लिए एक रैपिड-फायर क्विज़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए “एक पेड़ माँ के नाम” पहल के तहत छात्रों द्वारा वृक्षारोपण भी किया गया। कार्यक्रम का समापन प्रो. योगेश शर्मा पूर्व निदेशक द्वारा मिशन लाइफ की शपथ और डॉ. सत्येंद्र कुमार सिंह, सह-आचार्य द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।