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स्कूल गेम्स फेडरेशन एवं वेक्टर एक्स के साथ समझौता

 खेल प्रतियोगिता में निः शुल्क मिलेंगे उपकरण

 

खेल प्रतियोगिताओं में वेक्टर एक्स निःशुल्क उपलब्ध कराएगा फुटबॉल, वॉलीबॉल, हैंडबॉल और बास्केटबॉल उपकरण

लखनऊ, भारत प्रकाश न्यूज़। राष्ट्रीय स्कूली खेल प्रतियोगिता में निशुल्क फुटबॉल वॉलीबॉल हैंडबॉल और बास्केटबॉल उपकरण उपलब्ध कराने के लिए समझौता किया गया। शुक्रवार को

स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) ने देशभर में आयोजित की जाने वाली स्कूली राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में खेल उपकरणों की गुणवत्ता और मानकीकरण को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए वेक्टर एक्स (सॉकर इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड) के साथ रणनीतिक साझेदारी की है।

यह समझौता आज फॉर्च्यून पार्क बीबीडी में एसजीएफआई के अध्यक्ष दीपक कुमार तथा सॉकर इंटरनेशनल प्रा.लि. के प्रबंध निदेशक विकास गुप्ता के मध्य संपन्न हुआ। समझौते के तहत वेक्टर एक्स अब एसजीएफआई द्वारा आयोजित सभी राष्ट्रीय स्कूली प्रतियोगिताओं में सीएसआर के अंतर्गत फुटबॉल, वॉलीबॉल, हैंडबॉल और बास्केटबॉल के लिए उपकरण और बॉल निःशुल्क प्रदान करेगा।

जबकि डनलप टेनिस और स्क्वैश में बॉल पार्टनर के रूप में कार्य करेगा। यह समझौता प्रारंभिक रूप से दो वर्षों के लिए किया गया है, जिसे भविष्य में आपसी सहमति से बढ़ाया जा सकेगा।

इस अवसर पर एसजीएफआई अध्यक्ष,कृषि उत्पादन आयुक्त दीपक कुमार ने कहा कि प्रतिवर्ष स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों एवं इकाइयों से लगभग 60,000 से अधिक शीर्ष खिलाड़ी तीनों आयु वर्गों अंडर-14, अंडर-17 और अंडर-19 में 44 खेलों की 256 से अधिक राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं।

हमारा उद्देश्य वेक्टर एक्स के सहयोग से भारत के स्कूली एथलीटों को विश्वस्तरीय अनुभव एवं उपकरण उपलब्ध कराना है, ताकि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन कर सकें।

उन्होंने बताया कि इस वर्ष उत्तर प्रदेश में 07 राष्ट्रीय स्कूली प्रतियोगिताएं विभिन्न शहरों में आयोजित की जा रही हैं, जिनकी उच्च स्तरीय व्यवस्थाएं, खिलाड़ियों के ठहरने के लिए होटल तथा खेल मैदानों की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

फेडरेशन के अध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि जनवरी 2023 से उनके नेतृत्व में एसजीएफआई ने कार्यसंस्कृति में क्रांतिकारी बदलाव लाया है।

कभी प्रशासनिक और वित्तीय कुप्रबंधन से जूझ रही संस्था अब भारत सरकार, युवा मामले एवं खेल मंत्रालय द्वारा एक पारदर्शी, डिजिटल और एथलीट-केंद्रित महासंघ के रूप में मान्यता प्राप्त कर चुकी है।

एसजीएफआई ने देश का पहला फेडरेशन बनकर 7 माह में 2011 से अब तक के 5 लाख से अधिक प्रमाणपत्र डीजी लॉकर पर अपलोड किए हैं।

जिससे खिलाड़ियों को प्रमाणपत्र ऑनलाइन और सुरक्षित रूप से उपलब्ध हो सकें। अब भविष्य में आयोजित प्रतियोगिताओं के प्रमाणपत्र सात दिनों के भीतर डीजी लॉकर पर उपलब्ध होंगे।

संस्थान ने स्वचालित प्रबंधन प्रणाली शुरू की है। जिससे परिणाम और प्रमाणपत्र रिकार्ड समय में तैयार होते हैं तथा मैनुअल हस्तक्षेप समाप्त हो गया है। साथ ही आधार-लिंक पंजीकरण और बायोमेट्रिक सत्यापन प्रणाली शुरू की गई है जो खिलाड़ियों की आयु और पहचान को पूर्ण पारदर्शिता से सत्यापित करती है।

पहली बार एसजीएफआई ने अपने राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के आयोजकों को 1.5 करोड़ रुपए की प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता प्रदान की है। साथ ही वर्ष 2017 के बाद पहली बार खेलों के नियमों का अद्यतन कर उन्हें अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाया गया है, जिसके लिए एसजीएफआई को विभिन्न राष्ट्रीय खेल महासंघों से सराहना मिली है।

सॉकर इंटरनेशनल प्रा. लि. के प्रबंध निदेशक विकास गुप्ता ने कहा कि हमें स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के साथ साझेदारी कर अत्यंत प्रसन्नता है।

एसजीएफआई भारत का सबसे बड़ा स्कूली खेल महासंघ है, और यह सहयोग देशभर में युवा प्रतिभाओं को सशक्त करने तथा जमीनी स्तर पर खेल संस्कृति को प्रोत्साहित करने में सहायक सिद्ध होगा। यह समझौता भारत के युवाओं को भविष्य के चौंपियन बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।

इस अवसर पर एसजीएफआई के उपाध्यक्ष मुक्तेश सिंह बंदेशा, माध्यमिक शिक्षा निदेशक डा.महेन्द्र देव, संयुक्त निदेशक विष्णुकान्त पाण्डेय सहित दोनों संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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