लखनऊ छावनी परिषद व आईआईटी कानपुर के मध्य समझौता
रक्षा मंत्री, प्रधान निदेशक रक्षा सम्पदा मध्य कमान रही मौजूद,रोबोटिक्स आधारित होगा प्लांट
लखनऊ, कानपुर। भारत प्रकाश न्यूज़। कूड़ा प्रबंधन के लिए अत्याधुनिक तकनिकि से जोड़ा जा रहा है। शनिवार को आईआईटी कानपुर और लखनऊ छावनी परिषद के मध्य समझौता पर हस्ताक्षर किए गए।
बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के संसदीय क्षेत्र में छावनी परिषद में आर्टीफिशिअल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स आधारित जीरो वेस्ट ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्लांट लगाने की सहमति मिल गयी है ।
जिसमें डीपीआर बनाने के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए एमओयू पर रक्षा मंत्री की उपस्थिति में छावनी परिषद् एवं आईआईटी कानपुर के बीच में हस्ताक्षर किए गए।
ज्ञात हो कि यह तकनीक देश कि पहली आधुनिकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन इकाई होगी जो की कई पर्यावरणीय, आर्थिक, सामाजिक लाभ प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगी ।
यह अत्याधुनिक इकाई ज़ीरो वेस्ट उत्पन्न करेगी तथा इससे निकलने वाले उप उत्पाद जैसे कि आरडीएफ को फैक्ट्रीज, इंडस्ट्रीज में इंधन के रूप में प्रयोग किया जाएगा तथा मेटल ब्लॉक, प्लास्टिक कचरे को पुनर्चक्रित कर व्यावसायिक उपयोग में लाया जा सकेगा।
जिससे छावनी परिषद् द्वारा वेस्ट टू वेल्थ की दिशा में नया कदम साबित होगा।
वहीं एमओयू के दौरान छावनी परिषद् की तरफ से अभिषेक राठौर,मुख्य अधिशासी अधिकारी तथा आईआईटी कानपुर की तरफ से डॉ. तरुण गुप्ता, डीन, रिसर्च एंड डेवलपमेंट के द्वारा हस्ताक्षरित किया गया। इस मौके पर भावना सिंह, प्रधान निदेशक, रक्षा सम्पदा, मध्य कमान मौजूद रही।