88 छठ पूजा स्थल चिन्हित, नगर निगम की तैयारी शुरू
नगर विकास मंत्री व महापौर ने छठ पूजा स्थलों का लिया जायजा
पूजा स्थलों पर जल पुलिस व गोताखोरो की होगी तैनाती
लखनऊ, भारत प्रकाश न्यूज़। आगामी छठ पूजा की तैयारियां जोर शोर से शुरू हो गयी हैं। सभी पूजा स्थलों की व्यवस्थाओं को चाक चौबंद किया जा रहा है।
रविवार को नगर विकास एके शर्मा एवं महापौर सुषमा खर्कवाल लक्ष्मण मेला मैदान, झूलेलाल घाट, हनुमान सेतु पुराना मंदिर पहुंचकर छठ पूजा स्थलों का जायजा लिया। जिसमें घाटों, मार्गों की व्यवस्थाओं का सुंदरीकरण,घाटों की मरम्मत, साफ-सफाई, स्वच्छता, प्रकाश व्यवस्था कार्यों का निरीक्षण किया।
उन्होंने अधिकारियों को छठ पूजा स्थलों पर चाक चौबंद व्यवस्था करने के निर्देश जारी किये । साथ ही उन्होंने कहा कि 5 नवंबर से 8 नवंबर तक चलने वाले छठ पूजा महापर्व पर विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं होगी।
छठ पूजा आस्था का महापर्व है, लाखों श्रद्धालु सूर्य भगवान को अर्घ्य देकर पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ मानते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में सनातन संस्कृति मज़बूत हो रहीं। लोग अब पूर्ण श्रद्धा,आस्था व विश्वास के साथ सनातन पर्वों व त्योहारों को मना रहे हैं।
इस वर्ष लखनऊ नगर निगम अपनी सीमा क्षेत्र में 88 छठ पूजा स्थलों में सभी व्यवस्था कर रहा है। मंत्री मंत्री और महापौर ने छठ पूजा के लिए घाटों में आने वाले सभी श्रद्धालुओं को पर्व महापर्व की बधाई दी और अपील करते हुए कहा कि सभी श्रद्धालुओं से स्वच्छ, सुरक्षित,
जीरो वेस्ट, प्लास्टिक मुक्त छठ पर्व मनाने के साथ गोमती नदी को स्वच्छ बनाने में सहयोग दें।मंत्री ने कहा कि सभी पूजा घाटों में साफ़ सफाई की बेहतर व्यवस्था हो। सिंगल प्लास्टिक का प्रयोग न हो, घाटों में इसके लिए लोगों को जागरूक किया जाए।
कूड़ा कचरा इधर-उधर न फैले घाटों में डस्टबिन रखवाए जाय। पूजा सामग्री जल में प्रवाहित न हो, इसके लिए घाटों में अर्पण कलश बनाए जाएं। लोग छठ पर्व को दिव्य और भव्य रूप से मनाए, इसके लिए घाटों का सुंदरीकरण कराए, जिससे श्रद्धालुओं को पूर्ण शांति व खुशी का एहसास हो।
छठ पूजा स्थलों व मार्गों पर मच्छरों, डेंगू से बचाव के लिए साफ सफाई के साथ फागिंग कराए, चूने का छिड़काव करें। पूजा सामग्री और कूड़े के निपटान के लिए उचित प्रबंध भी किया जाए। एके शर्मा ने निर्देशित करते हुए कहा कि छठ घाटों में नदी में जलकुंभी न दिखे। गहरे पानी में जाने से बचने के लिए नदी में बैरिकेटिंग की जाए।
साथ ही किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए जल पुलिस और गोताखोर भी तैनात किए जाएं। सभी घाटों में जीरो वेस्ट पर्व मनाने के लिए उचित व्यवस्था की जाए। श्रद्धालुओ के लिए घाटों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए टैंकरों की व्यवस्था होनी चाहिए ।
घाटों में गंदगी न हो, मोबाइल टॉयलेट की पर्याप्त व्यवस्था रहे। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए, इसके लिए घाटों में सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएं, मॉनिटरिंग के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम बनायें । घाटों और मार्गों में स्थानीय पुलिस की भी पर्याप्त व्यवस्था रहे। वाहनों के लिए पार्किंग की भी पर्याप्त व्यवस्था की जाए।
निर्धारित स्थानों पर जाने वह व्यवस्थाओं के उपयोग संबंधी साइनेज भी लगाए जाएं। छठ घाटों और मार्गो में एलईडी लाइट, हाईमास्ट, झालर का प्रयोग कर लाइटिंग भी कराए। सभी छठ सफाई कर्मी, मशीनों, कार्मिकों व अधिकारियों की तैनाती रहे, सभी अपनी जिम्मेदारी को मुस्तैदी के साथ करें।
ऐसे नगरीय निकाय जहां पर छठ पूजा पर्व का आयोजन किया जा रहा है, ख़ासतौर से पूर्वांचल के क्षेत्र में वहां पर श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए हैं। वहीं निरीक्षण के दौरान
भोजपुरी समाज के प्रभुनाथ राय, वेद प्रकाश राय, मनोज सिंह, अपर नगर आयुक्त ललित कुमार, मुख्य अभियंता महेश वर्मा के साथ एलडीए और नगर निगम के अधिकारी मौजूद रहे।