शून्य से पांच साल तक के 7.31 लाख बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य निर्धारित
लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी में सघन पल्स पोलियो अभियान के तहत 7.31 लाख बच्चों को पोलियो दवा पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय में जिला टास्क फोर्स की बैठक एडीएम अमित कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें शून्य से पांच साल तक के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने के लिए 8 दिसंबर से सघन पल्स पोलियो अभियान शुरुआत की जा रही है। साथ ही विटामिन ए संपूरण कार्यक्रम को जिला टास्क फोर्स की बैठक. में विटामिन ए संपूरण कार्यक्रम 4 दिसंबर से शुरू हो चुका है जो कि तीन जनवरी 2025 तक चलेगा ।
बैठक में एडीएम ने निर्देश दिए कि कोई भी बच्चा पोलियो से बचाव की दवा पीने से न छूटने पाए।जनपद के जो हाई रिस्क एरिया हैं उन पर ज्यादा फोकस करें।
बैठक में जानकारी देते हुए जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा.एपी मिश्रा ने बताया कि इस अभियान के तहत शून्य से पाँच साल के 7.31 लाख बच्चों को पोलियो से बचाव की दवा पिलाने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि बच्चों को बाइवलेन्ट ओरल पोलियो वैक्सीन दी जाएगी जो कि पोलियो वायरस टाइप-वन और टाइप -3 से सुरक्षा प्रदान करती है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि पोलियो की दवा बूथ लगाकर और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर भ्रमण कर बच्चों को पिलाई जाएगी। जिसमें जिला अस्पताल सहित सभी सीएचसी, पीएचसी और हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर पर प्रातः आठ से शाम चार बजे तक बूथ लगाया जाएगा। इसके साथ ही अंगनबाड़ी केंद्रों, प्राथमिक और अपर प्राथमिक विद्यालयों पर भी बूथ लगेंगे। यह पूर्व की भांति खुलेंगे। विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर बूथ दिवस के दिन मिड डे मील और पुष्टा हार का वितरण किया जाएगा।
नौ से 13 दिसंबर तक स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर पोलियो से बचाव की दवा पिलाएंगे। इसके अलावा जो बच्चे दवा पीने से रह जाएंगे उनके लिए 16 दिसंबर को मॉप अप राउंड चलाया जाएगा।
इस अभियान को सफल बनाने के लिए घर घर जाकर पोलियो से बचाव की दवा पिलाने के लिए 2304 टीमें बनाई गई हैं। इसके अलावा 234 ट्रांजिट टीमों द्वारा साप्ताहिक बाजार, मेले, रेलवे व बस स्टेशन पर तथा 136 मोबाइल टीमों के द्वारा ईंट भट्टों, मलिन बस्ती व निर्माणाधीन स्थलों पर जाकर शून्य से पाँच साल तक की आयु के बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पिलाई जाएगी।
अभियान के पहले दिन लगाए जाने वाले बूथों की संख्या 2783 है। इसके साथ ही अभियान में 568 सुपरवाइजर और और 6837 वैक्सीनेटर लगाए गये हैं। इसी क्रम मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.एनबी सिंह द्वारा जनपदवासियों से अपील की है कि अभिभावक निकटतम पोलियो बूथ पर जाकर अपने पाँच वर्ष तक की आयु के सभी बच्चों को पोलियो से बचाव की दवा जरूर पिलाएं और इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग करें।
इसके साथ ही विटामिन ए सम्पूरण कार्यक्रम के बारे में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि नौ माह से पांच साल तक के बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने तथा कुपोषण व रतौंधी सहित आँख सम्बन्धी बीमारियों से बचाने के लिए यह अभियान आठ दिसम्बर से शुरू हो रहा है। विटामिन ए की पहली खुराक नौ माह पर खसरे के टीके के साथ दी जाती है उसके बाद पांच साल तक हर छह-छह माह पर विटामिन ए की खुराक दी जाती है। यह कार्यक्रम साल में दो बार चलाया जाता है। इस कार्यक्रम का पहला चरण जनपद में जून में हुआ था। इस दूसरे चरण में, कार्यक्रम के तहत नौ माह से पांच साल तक के 4.28 लाख बच्चों को विटामिन ए की दवा पिलाने का लक्ष्य है।
इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मंसूर सिद्दीकी, डॉ. गोपीलाल, डॉ. अमिताभ श्रीवास्तव,
उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. निशांत निर्वाण, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सतीश यादव, डीसीपीएम विष्णु प्रताप, सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम से विजय बाजपेई, सभी ग्रामीण एवं शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, स्वयं सेवी संस्था विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ, यूएनडीपी, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के प्रतिनिधि मौजूद रहे ।