संयुक्त चिकित्सालय बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर की तरफ अग्रसर
हर महीने 30 हज़ार यूनिट बिजली उत्पादन कर लाखों रुपयों की बचत

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। अस्पताल ने हर महीने 30 हज़ार बिजली उत्पादन कर लाखों रुपयों की बज़त किया है। ऐसे ही अन्य अस्पताल करने लगे तो बिजली के भारी भरकम बोझ से विभाग को राहत मिलेगी।
राजधानी के बीकेटी स्थित साढ़ामऊ राम सागर मिश्र संयुक्त चिकित्सालय में सोलर प्लांट स्थापित हो चुका है। हर महीने करीब 30 हजार यूनिट बिजली का उत्पादन हो रहा है। इससे कई चिकित्सीय उपकरणों को संचालित किया जा रहा है। बताते चले
156 बेड अस्पताल में अक्सर मरीजों से बेड भरे रहते हैं। ओपीडी में प्रतिदिन करीब एक हज़ार मरीज दिखाने के लिए आते हैं। सरकार द्वारा
सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करना अहम कदम माना जा रहा है। अस्पताल को सोलर प्लांट से लैस होने से बिजली खर्च पर लगाम लगाने का ऐतिहासिक कार्य किया गया। वहीं अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वीके शर्मा ने बताया कि ऊर्जा संयंत्र लगाने में स्वास्थ्य महानिदेशालय और ओसीएम पावर प्राइवेट लिमिटेड के बीच करार हुआ है।
इसके तहत प्रदेश के 103 चिकित्सालयों में इस वित्तीय वर्ष 2025-26 में सोलर प्लांट से लैस किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राम सागर मिश्र हॉस्पिटल में 280 किलोवाट का सोलर प्लांट स्थापित किया गया है। जो कि ट्रायल पर चल रहा है। डॉ शर्मा ने बताया कि
कम्पनी प्रतिनिधि सीनियर वाइस प्रेसीडेंट अरूण सिंह ने बताया कि सरकार से अनुबन्ध के अनुसार सोलर प्लांट लगाए जा रहे हें। कंपनी सोलर प्लांट की 25 वर्ष देख भाल करेगा। जिसके कम में उत्पादन होने वाले विद्युत का प्रति युनिट 4.85 पैसे के दर से सरकार द्वारा भुगतान किया जायेगा। इसके अतिरिक्त कोई भी धनराशि सरकार से नहीं ली जाएगी और न ही अन्य कोई खर्च है।
डॉ. वीके शर्मा ने बताया कि हॉस्पिटल में सोलर प्लांट से हर महीने 30 हजार यूनिट बिजली का उत्पादन हो रहा है। हॉस्पिटल के बिजली बिल में करीब एक लाख रुपये की बचत हो रही है। सोलर प्लांट की वजह से 104 टन कार्बन उत्सर्जन में कमी हो रही है।
जिससे पर्यावरण को काफी फायदा हो रहा है। उन्होंने बताया कि कई उपकरण भी सोलर प्लांट से तैयार बिजली से चल रहे हैं। अस्पताल बिजली बचत होने से अन्य आधुनिक सुविधाओं को बढ़ाने में सहायक हो सकता है।



