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 डीजीपी से प्रशासनिक सेवा प्रशिक्षु अधिकारियों ने की भेंटवार्ता

2024 बैच के 19 प्रशिक्षु अधिकारियों ने की मुलाक़ात

 

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी में भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों ने डीजीपी से मुलाकात की। सोमवार को राजीव कृष्णा पुलिस महानिदेशक उप्र से पुलिस मुख्यालय में भारतीय प्रशासनिक सेवा के उप्र संवर्ग (2024 बैच) के 19 प्रशिक्षु अधिकारियों द्वारा शिष्टाचार भेंट की गयी।

वहीं पुलिस महानिदेशक द्वारा भेंटवार्ता के दौरान सर्वप्रथम अपना संक्षिप्त परिचय देते हुये प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों का परिचय प्राप्त किया गया। तत्पश्चात प्रशिक्षु अधिकारियों से उनके जिज्ञासा भरे प्रश्नों को पूछा गया। प्रशिक्षु अधिकारियों द्वारा कानून व्यवस्था के दौरान प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के मध्य तालमेल, साइबर अपराधियों के विरूद्ध कार्रवाई व अभियोजन विभाग के योगदान के बारे में अपनी जिज्ञासा के बारे में पूछा गया।

पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रशिक्षु अधिकारियों के जिज्ञासा भरे प्रश्नों का उत्तर देते हुये बताया गया कि

कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के मध्य बेहतर तालमेल का होना बहुत जरूरी है। बेहतर तालमेल के आधार पर ही कानून व्यवस्था के दौरान मौके की स्थिति के अनुसार पुलिस बल का व्यस्थापन एवं निरोधात्मक कार्यवाहियों के द्वारा ही कानून व्यवस्था की स्थिति को संभाला जा सकता है।

साइबर क्राइम के बारे में बताते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश ही नहीं सम्पूर्ण भारत वर्ष में साइबर क्राइम से रोकथाम की दिशा में बहुत अधिक कार्य किया है। भारत सरकार की हेल्प लाइन नम्बर 1930 साइबर रोकथाम की दिशा में बहुत कारगर सिद्ध हो रही है।

पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुये कहा कि जमीन सम्बंधी जो प्रकरण होते हैं उनके निस्तारण में आप लोगों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। जमीन सम्बंधी प्रकरणों को प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप पूर्ण पारदर्शिता के साथ निस्तारित करना चाहिये क्योंकि ज्यादातर

घटनायें जमीन के विवाद के कारण होती हैं। इन विवादों का समय रखते सही निस्तारण होने से काफी घटनाओं को होने से रोका जा सकता है तथा जमीन सम्बंधी सभी अभिलेखों का अनलाइन अभिलेखीकरण होने से भी निस्तारण में काफी सहायता मिलेगी। उप्र शासन द्वारा जनशिकायतों के त्वरित निस्तारण के लिए चलायी जा रही लाभप्रद आईजीआरएस योजना पर प्राप्त होने वाले प्रकरणों का प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों द्वारा आपसी समन्वय से गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध निस्तारण किया जाना चाहिये।

अन्त में पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रशिक्षु आईएएस अधिकरियों के उज्जवल भविष्य की कामना की गयी। वहीं प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों के साथ भ्रमण पर आये हुए वेंकटेश्वर लू, प्रमुख सचिव ट्रांसपोर्ट, उत्तर प्रदेश शासन को मोमेन्टो भेंट कर सम्मानित किया गया।

पुलिस मुख्यालय भ्रमण के दौरान प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों को पुलिस प्रशिक्षण निदेशालय में तिलोत्तमा वर्मा, पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण, दीपेश जुनेजा, पुलिस महानिदेशक अभियोजन एवं बीडी पॉल्सन, अपर पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण द्वारा पुलिस प्रशिक्षण, पुलिस रेगुलेशन, अभियोजन एवं सीबीसीआईडी सम्बन्धित कार्यो की जानकारी दी गयी।

तकनीकी सेवाएं मुख्यालय में भ्रमण के दौरान नवीन अरोड़ा, अपर पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवाएं द्वारा सीसीटीएनएस, प्रचलित एप्स एवं फॉरेन्सिंक विभाग की जानकारी व उपलब्धियों के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण के माध्यम से बताया गया। साइबर क्राइम मुख्यालय में भ्रमण के दौरान बिनोद कुमार सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक साइबर क्राइम द्वारा साइबर क्राइम के रोकथाम के लिए पुलिस द्वारा किये जा रहे कार्यो के बारे में प्रस्तुतिकरण के माध्यम से बताया गया। कानून-व्यवस्था में भ्रमण के दौरान अमिताभ यश, अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था द्वारा राज्य में अपराध एवं कानून-व्यवस्था का परिदृश्य एवं पुलिस द्वारा संगठित अपराध पर रोकथाम के लिए की जा रही कार्यवाहियों के बारे में जानकारी दी गयी।

पुलिस मुख्यालय स्थित सोशल मीडिया सेंटर के भ्रमण के दौरान राहुल श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक,पीआरओ, सोशल मीडिया सेल द्वारा सोशल मीडिया द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी गयी।

 प्रशिक्षु अधिकारियों ने डायल 112 की जानकारी..

तत्पश्चात प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों द्वारा मुख्यालय-112 का भ्रमण किया गया जहाँ नीरा रावत, पुलिस महानिदेशक-112 द्वारा इमरजेन्सी रिस्पांस टाइम के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी तथा मुख्यालय-1090 के भ्रमण के दौरान पद्मजा चौहान, अपर पुलिस महानिदेशक, महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन द्वारा संगठन के कार्यो की जानकारी दी गयी।

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