75 जिलों के परिचालकों को मिलेगा सांकेतिक भाषा का प्रशिक्षण
28 को सांकेतिक भाषा समझने के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। मूक बधिर दिव्यांग जनों की सांकेतिक भाषा समझने के लिए परिचालकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। सोमवार को
उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्र में प्रभार दयाशंकर सिंह ने बताया कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में परिचालकों के लिए एक दिवसीय सांकेतिक भाषा प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय मूक बधिर संस्था के अवसर पर 28 सितम्बर को उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में परिचालकों के लिये एक दिवसीय मूलभूत सांकेतिक भाषा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
सांकेतिक भाषा के मूलभूत शब्द समझने पर दिव्यांग जन से भेदभाव रोका जा सकेगा – दयाशंकर सिंह
परिवहन मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश मूक बधिर संस्था के तत्वाधान में उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में परिचालकों के लिये एक दिवसीय मूलभूत सांकेतिक भाषा प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि परिचालक ही यात्रियों के प्रथम संम्पर्क बिन्दु होते है। यदि वे भारतीय सांकेतिक भाषा के मूलभूत शब्द समझे तो किसी भी प्रकार का भेदभाव रोका जा सकेंगा। इससे सभी यात्रियों के प्रति समावेशी व्यवहार सुनिश्चित होगा। यह कार्रवाई विकलांगजन अधिकार अधिनियम (RPWD एक्ट 2016) के प्राविधानों के अनुरूप है।
उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में परिचालकों को विकलांगों के संबंध में यह प्रशिक्षण दिया जायेगा कि उन्हें बसों में बैठाते समय किस प्रकार की सांकेतिक भाषा में उनकी बात को समझने एवं विधिक कार्रवाई किये जाने का प्रशिक्षण दिया जायेगा।



