अस्थमा दिवस के उपलक्ष्य में जागरूकता संगोष्ठी
आईएमए भवन में डॉक्टरों ने दिए सुझाव

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी में अस्थमा दिवस के उपलक्ष्य में संगोष्ठी की गयी। मंगलवार को आईएमए भवन में इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन एवं कैन किड सोसइटी के तत्वाधान में अस्थमा दिवस के अवसर पर जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
जिसमें अध्यक्ष डा.सरिता सिंह ने अतिथियो का स्वागत उद्बोधन के साथ शुरुआत की गयी। मुख्य अतिथि के रूप में प्रो.राजेन्द्र प्रसाद निदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रोफेसर रेस्पिरेटरी मेडिसिन, एरा मेडिकल कॉलेज विशिष्ट अतिथि प्रो. राजीव गर्ग, प्रोफेसर पल्मोनरी मेडिसिन केजीएमयू मैजूद रहे।
वहीं मुख्य अतिथि अपने सम्बोधन में कहा अस्थमा के रोगियों को तथा धूम्रपान, प्रदूषण व फास्ट फूड के बढ़ते प्रचलन के कारण प्रदेश व देश में अस्थमा की रोगियों की संख्या बढ़ रही है। इसके प्रमुख लक्षणों में सांस फूलना, पसली चलना, सीने में भारीपन तथा बार-बार सर्दी जुकाम व खाँसी होना होता है।
साथ ही विशिष्ट अतिथि ने अस्थमा रोगियों की पीएफटी (पल्मोनरी फंक्शन टेस्ट) कि जाँच तथा इन्हेलर थेरेपी के बारे में मरीजों को जानकारी दी। आईएमए सचिव डा. संजय सक्सेना ने बताया कि उप्र में लगभग 60 लाख अस्थमा के निदान के लिए पीएफटी जाँच की जाती है। अस्थमा का सही उपचार इन्हेलर चिकित्सा है जोकि चिकित्सक की सलाह से नियमित रूप से लेना चाहिए।
जागरूकता संगोष्ठी के दौरान डा.विनीता मित्तन पूर्व अध्यक्ष आईएमए, डा.मनोज कुमार अस्थाना निर्वाचित अध्यक्ष आईएमए एवं कैन किड सोसइटी लोग मौजूद रहे।