महर्षि चरक संहिता पाठ पारायण कर मनाई जयंती
चरक संहिता में संकलित सूत्र को अपनाकर होंगे निरोगी

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी के डॉक्टरों ने आयुर्वेद जनक को स्मरण किया। मंगलवार को नाग पंचमी के अवसर पर
राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज चिकित्सालय में श्रावण मास के शुक्ल पंचमी की तिथि पर महर्षि चरक की जयंती का आयोजन किया गया। बताते चले कि नाग पंचमी के दिन आयुर्वेद के महर्षि चरक जो की नाग वंश के अवतार माने जाते हैं,उनका जन्म इसी दिन हुआ था।
इस उपलक्ष्य में कॉलेज स्थित नवनिर्माण सभागार का महर्षि चरक सभागार का नामकरण प्राचार्य द्वारा किया गया । जिसे अब महर्षि चरक सभागार के रूप जाना जायेगा। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्राचार्य प्रो. दिनेश कुमार मौर्या द्वारा महर्षि चरक के चित्र पर माल्यार्पण कर व दीप प्रज्वलन कर किया गया है।
इस मौके पर कॉलेज छात्र छात्राओं द्वारा एक क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। वहीं प्रो.मौर्य ने सम्बोधित करते हुए महर्षि चरक के जीवन पर प्रकाश डाला और कहा कि महर्षि चरक द्वारा बताए हुए चिकित्सा सूत्र जो की चरक संहिता में संकलित है।
आज के युग में भी प्रासंगिक है, जिनका उपयोग कर स्वस्थ व्यक्ति अपने स्वास्थ्य को संरक्षित कर सकता है और अस्वस्थ व्यक्ति अपनी व्याधियों से मुक्त होकर स्वस्थ जीवन यापन कर सकता है । इसी क्रम में मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर धर्मेंद्र ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान चरक संहिता पाठ पारायण छात्राओं द्वारा किया गया।



