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 ऊर्जा मंत्री ने स्वच्छ सर्वेक्षण को लेकर की वर्चुअल समीक्षा 

साफ सफाई के लिए संबंधित अधिकारियों को दिए निर्देश, लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त 

 

लखनऊ, भारत प्रकाश न्यूज़। आगामी महाशिवरात्रि को लेकर साफ सफाई के लिए ऊर्जा मंत्री ने वर्चुअल बैठक की। रविवार को उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने वाराणसी प्रवास के दौरान सभी नगरीय निकायों में साफ़ सफ़ाई, प्रकाश व्यवस्था, स्वच्छ जलापूर्ति, कूड़ा कलेक्शन, कूड़ा प्रबंधन और स्वच्छ सर्वेक्षण को लेकर व्यवस्थापन एवं प्रबंधन कार्यों की वर्चुअल समीक्षा करते हुए निर्देश देते हुए कहा कि महाशिवरात्रि पर्व, होली, महाकुंभ एवं स्वच्छ सर्वेक्षण के दृष्टिगत सभी निकाय साफ़ सफाई, मार्ग प्रकाश व्यवस्था, कूड़ा कलेक्शन, कूड़ा प्रबंधन, स्वच्छ जलापूर्ति और शौचालियों की सफाई पर विशेष ध्यान देंगे। कहीं से भी कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए। कार्मिकों की निकाय कार्यों को लेकर चलता हुआ की मानसिकता को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नागरिकों को बेहतर सुविधाएं देने के मामले में शिकायत आने पर जिम्मेदार कार्मिकों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की जाएगी। एके शर्मा ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में सभी निकायों ने श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्थाए की है, जिसे अभी बनाए रखना है। महाशिवरात्रि के बाद महाकुंभ से श्रद्धालुओं का फुटफॉल प्रयागराज के सभी मुख्यमार्गों से होकर प्रदेश के मुख्य धार्मिक स्थलों व पर्यटन क्षेत्रों पर बढ़ेगा। ऐसे स्थानों पर नदी घाटों, जलाशयों की साफ़ सफ़ाई, स्वच्छता पर विशेष ध्यान देंगे। श्रद्धालुओं को कोई समस्या न हो, निकायों के मुख्य मार्गो की साफ सफाई, प्रकाश व्यवस्था, सामुदायिक व सार्वजनिक शौचायलयों की साफ सफाई, मोबाइल और पोर्टेबल शौचायलयों की पर्याप्त व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख़्ता व्यवस्था रहे। श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए बनाए गए शेल्टर होम्स और स्वागत शिविरों में चाय और जलपान की भी व्यवस्था संचालित रहे। उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि पर्व पर निकाय स्थित सभी शिवालयों के आसपास साफ सफाई, स्वच्छ जलापूर्ति, प्रकाश व्यवस्था, पूजा सामग्री और कूड़ा कचरे के प्रबंधन पर विशेष ध्यान देंगे। कूड़ा प्रबंधन के लिए सभी एमआरएफ सेंटर एक्टिव रहे। मुख्यालय स्थित डी ट्रिपल सी के माध्यम से अधिकारियों द्वारा लगातार कार्यों की मॉनिटरिंग की जाएगी। सभी फील्ड ऑफिसर तत्परता से कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ एवं महाशिवरात्रि के दृष्टिगत प्रयागराज, अयोध्या, वाराणसी एवं चित्रकूट में देश-विदेश के करोड़ों श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के आवागमन में वृद्धि हुई है। साथ ही होली पर्व के कारण भी लोगों का आवागमन बढ़ेगा। लोगों के आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा व जाम की स्थिति उत्पन्न न हो। इसके लिए सभी नगरीय निकायों में विशेष अभियान चलाकर पार्कों, सड़कों, फुटपाथों एवं पार्किंग क्षेत्रों में से अतिक्रमण हटाया जाये। पार्किंग की व्यवस्था को सुनियोजित करते हुए अवैध पार्किंग को रोका जाय। उन्होने कहा की नगरीय निकायों के नियंत्रणाधीन मार्गो को आवश्यकतानुसार पैचवर्क रिन्यूवल करके समयबद्ध ढंग से यथाशीघ्र गड्‌ढामुक्त किया जाये। विशेष अभियान चलाकर निराश्रित गो वंशों को संवेदनशीलता से पकड़कर निकाय द्वारा संचालित गो आश्रय स्थलों में रखा जाये। कान्हा उपवन व गौशाला का निरीक्षण करते हुये उनकी साफ-सफाई व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाये। नगर विकास मंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्वच्छ सर्वेक्षण शुरू हो चुका है, प्रयागराज वाराणसी को छोड़कर प्रदेश के सभी गंगा टाउन का स्वच्छ सर्वेक्षण हो चुका है। नगर विकास मंत्री ने सभी नगर निगम और निकायों से जुड़े नगरायुक्त, अधिशाषी अधिकारी और अन्य कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अभियान के रूप में सभी नगरीय क्षेत्रों में सम्पूर्ण स्वच्छता सुनिश्चित की जाये। सड़कों गालियों में किसी भी दशा में कूड़ा एकत्रित न होने पाए। सफाई कार्मियों की बीट बनाते हुये सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। शहर के मुख्य बाजारों, प्रमुख सार्वजनिक स्थलों, बस स्टेशनो, रेलवे स्टेशनो, सांस्कृतिक एवं पर्यटन स्थलों, इत्यादि के आस-पास के क्षेत्रों में दो पालियों में सफाई का कार्य एवं कूड़े का उठान कराया जाये। मंत्री ने सार्वजनिक व सामुदायिक शौचालयों में नियमित सफाई एवं विसंक्रमण का कार्य नियमित किया जाये। साथ ही जल भराव वाले स्थानों को चिन्हित करते हुये जल निकासी की समुचित व्यवस्था करायेन साथ ही आवश्यकतानुसार पम्पसेट आदि का प्रयोग किया जाये। सूक्ष्म कार्ययोजना बनाकर नियमित रूप से दिन में एण्टीलार्वा स्प्रे का छिड़काव करने तथा शाम के समय फॉगिंग, ब्लीचिंग पाउडर, मैलाथियान डस्ट, चूना इत्यादि का नियमित छिड़काव कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सफाई के समय एकत्र किये गये कूड़े को उसी समय सेनेट्री लैण्ड फिल साईट पर अथवा उचित स्थान पर भिजवाया जाये। किसी भी दशा में एकत्र किये गये कूड़े अथवा सिल्ट को सड़क पर नहीं छोड़ा जाये। साथ ही ठोस अपशिष्ट के निस्तारण की समुचित व्यवस्था की जाये। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के इस पुनीत कार्य में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं और स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति के सदस्यों के सहयोग से साफ-सफाई व्यवस्था एवं जागरूकता सुनिश्चित की जाये। श्रद्धालुओं को वातावरणीय व व्यक्तिगत स्वच्छता के उपायों, खुले में शौच न करने, शुद्ध पेयजल के उपयोग तथा संक्रामक रोगों की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए संवेदित करते हुए उन्हें जागरूक किया जाये, जिसके लिए विभिन्न आईईसी एक्टिविटी व स्थायी एवं अस्थायी पीए सिस्टम का उपयोग किया जाये। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था पर निर्देशित करते हुए मंत्री ने कहा की नलकूप, हैण्डपम्पस्, पाइपलाइन्स व अन्य उपकरणों का नियमित संचालन इस प्रकार किया जाए की पाइप पेयजल की आपूर्ति बाधित न हो। उपभोक्ता द्वारा उपयोग प्वाइंट पर जल के नमूने एकत्र कर उनका ओटी टेस्ट किया जाये। साथ ही इन नमूनों का वायरोलॉजिकल, बैक्टिरियोलॉजिकल एवं केमिकल एनालिसिस भी किया जाए। यह गतिविधि नगरीय निकाय तथा स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम के द्वारा सम्पादित की जाये। उन्होने कहा कि निकाय के संबंधित यांत्रिकी विभाग के अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी स्ट्रीट लाइट्स समुचित रूप से क्रियाशील रहे। लाईटे मरम्मत करने के पश्चात समुचित इन्सुलेटेड टेपिंग कराने एवं उक्त का परीक्षण के उपरान्त ही प्रकाश बिन्दु को ऊर्जीकृत किया जाये। मंत्री ने कहा कि सिंगल प्लास्टिक पर्यावरण संरक्षण में बाधक और जीवन के लिए खतरा है। निकायों में प्लास्टिक मुक्त आयोजन के लिए जागरूकता के साथ ही प्रोडक्शन, डिस्ट्रीब्यूशन और रिटेल सभी स्तरों पर निरोधात्मक कार्यवाही की जाय। अभियान चलाकर प्रतिबन्धित प्लास्टिक कैरी बैग तथा प्लास्टिक से निर्मित अन्य उत्पादों का उपयोग भी प्रतिबंधित करें। साथ ही जनजागरूकता अभियान चलाकर लोगों को प्लास्टिक कैरीबैग के स्थान पर अन्य विकल्पों जूट बैग, कपड़ों का बैग इत्यादि का उपयोग करने के लिए प्रेरित करें। वहीं सचिव निदेशक अनुज कुमार झा ने भी सभी निकायों को सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने तथा अधिकारियों को ग्राउंड ज़ीरो पर मौजूद रहकर श्रद्धालुओं को उच्चतम व्यवस्था करने के लिए निर्देशित किया। बैठक में महापौर वाराणसी, नगर आयुक्त एवं अपर नगर आयुक्त वाराणसी एवं जलकल विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे तथा सचिव एवं निदेशक अनुज कुमार झा, अपर निदेशक ऋतु सुहास, अपर निदेशक डॉ. असलम अंसारी, प्रदेश के सभी नगर निगमों से नगर आयुक्त, सभी निकायों के अधिशासी अधिकारी एवं अन्य कर्मचारी वर्चुअल शामिल रहे।

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