आरएमएल ने एनएबीएच को रखा बरकरार
संस्थान निदेशक ने समस्त विभागों को दी बधाई

लखनऊ, भारत प्रकाश न्यूज़। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ने एनएबीएच मानक को बरकरार रख लिया है। इससे संस्थान में ख़ुशी का माहौल व्याप्त हो गया है। बता दें कि संस्थान द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं का मूल्यांकन करने के लिए 6 से 8 जून तक नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स एंड हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स द्वारा सफलतापूर्वक पूरा हो गया।
तीन दिवसीय इस गहन मूल्यांकन में बाह्य विशेषज्ञों की एक विशिष्ट टीम ने संस्थान की रोगी देखभाल की गुणवत्ता, सुरक्षा प्रोटोकॉल, आधारभूत संरचना, प्रलेखन मानकों एवं श्रेष्ठ प्रक्रियाओं के अनुपालन का निरीक्षण किया गया। जिसमें
एनएबीएच सर्विलांस मूल्यांकन टीम में डॉ. अभिजीत नियोग,डॉ. भावेश जरवानी – अहमदाबाद, डॉ. रिनो बेबी दिल्ली शामिल रही।
मूल्यांकनकर्ताओं द्वारा संस्थान की मजबूत गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली, सक्षम नेतृत्व एवं उत्कृष्ट कार्यसंस्कृति पर सहमति जाहिर की । संस्थान ने प्रत्येक विभाग में नाभ मानकों को प्रभावी रूप से बनाए रखा है, जो सतत गुणवत्ता सुधार और रोगी देखभाल को सिद्ध कर दिया है।
जानें मूल्यांकन टीम का नज़रिया..
>विभागों के बीच उच्च स्तर का समन्वय एवं अनुशासन,प्रलेखित सॉप्स
>नियमित ऑडिट एवं संक्रमण नियंत्रण उपायों का प्रभावी क्रियान्वयन
> प्रशिक्षण, दस्तावेजीकरण एवं आंतरिक समीक्षा पर विशेष ध्यान
> सशक्त स्टाफ एवं सक्रिय नेतृत्व, जो स्थायित्व और परिणामों पर केंद्रित है
> रोगियों से प्राप्त उत्कृष्ट फीडबैक एवं क्लिनिकल सुरक्षा प्रोटोकॉल का अनुपालन को परखना होता है।
डॉ. स्मिता चौहान संकाय प्रभारी एवं सदस्य सचिव क्वालिटी सेल, को बधाई दी गई।जिनके दृढ़ नेतृत्व ने इस पूरे मूल्यांकन में संस्थान का मार्गदर्शन किया गया। उनके निर्देशन में व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम, नियमित ऑडिट, मॉक मूल्यांकन तथा बहु-विभागीय गुणवत्ता पहल सफलतापूर्वक आयोजित की गईं।
साथ ही प्रो. अतुल जैन, एनएबीएच समन्वयक, की भूमिका भी अत्यंत महत्वपूर्ण रही। उन्होंने मूल्यांकन से जुड़ी सभी गतिविधियों का समन्वय करते हुए विभागीय तालमेल को सुनिश्चित किया। उनकी सटीक योजना और क्वालिटी सेल के साथ घनिष्ठ समन्वय ने यह सुनिश्चित किया कि प्रत्येक मानक पूर्ण सटीकता और प्रतिबद्धता के साथ पूरा हो।
डॉ. अरविंद कुमार प्रोफेसर कम्युनिटी मेडिसिन एवं सह-समन्वयक, एनएबीएच, ने भी इस मूल्यांकन की तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने वीकेएंड से दिन-रात कार्य करते हुए दस्तावेज़ों की गुणवत्ता और क्लिनिकल अनुपालन को सुव्यवस्थित बनाए रखने में विशेष योगदान दिया।
एक मूल्यांकनकर्ता ने कहा यह केवल निरीक्षण नहीं, बल्कि नेतृत्व द्वारा गुणवत्ता की परिभाषा को व्यवहार में बदलने का उत्सव है। वहीं
संस्थान के निदेशक, डॉ. सीएम सिंह ने सभी विभागों को उनकी उत्कृष्ट प्रदर्शन एवं समर्पण के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा यह नाभ सर्विलांस संस्थान के लिए गर्व का क्षण है। मैं डॉ. स्मिता चौहान, प्रो. अतुल जैन, डॉ. अरविंद कुमार और उनकी टीमों को धन्यवाद देता हूँ, साथ ही हमारे सभी चिकित्सकों, रेजिडेंट्स, नर्सिंग स्टाफ, तकनीकी एवं सहायक कर्मियों का भी जिन्होंने इस सफलता में भागीदारी निभाई। संस्थान सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं में उत्तम मानक स्थापित करता रहेगा। ज्ञात हो कि संस्थान द्वारा अर्जित
इस नाभ मूल्यांकन की सफलता ने एक बार फिर यह प्रमाणित कर दिया कि वह रोगी सुरक्षा, गुणवत्ता देखभाल में अग्रणी संस्थान है।