सरकारी अस्पताल में महिला को चढ़ाया एक्सपायर ग्लूकोज़, लापरवाही उजागर
उच्च अधिकारियों तक पहुंचा मामला,सीएमओ ने गठित की जाँच कमेटी

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी के सरकारी अस्पताल में भर्ती महिला मरीज को एक्सपायर ग्लूकोज़ चढ़ाने का मामला तूल पकड़ लिया है। सोशल मीडिया से लगाकर हर तरफ अस्पताल की लापरवाही की पोल खुलती नजर आ रही है।
बीते रविवार को काकोरी सीएचसी में भर्ती गर्भवती महिला को नर्स द्वारा एक्सपायर ग्लूकोज़ चढ़ा दिया गया। तबीयत बिगड़ते ही परिजनों ने विवाद करना शुरू कर दिया। मामला इतने में शांत नहीं हुआ और मामले को शांत कराने के लिए पुलिस मौके पर पहुंच गयी।
पुलिस के समझाने बुझाने पर भी मामला शांत नहीं हो सका और परिजनो द्वारा कार्रवाई के लिए बहस जारी रही। जिसकी चर्चा सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी। मिली
जानकारी के मुताबिक काकोरी सीएचसी में एक गर्भवती महिला सीएचसी काकोरी में भर्ती थी। बीते शनिवार को महिला की सर्जरी हुई। सर्जरी के बाद प्रसूता और नवजात शिशु दोनों की हालत ठीक थी। रविवार सुबह भर्ती महिला को नर्स द्वारा एक्सपायरी ग्लूकोज चढ़ा दिया।
जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। उसके बाद महिला को क्वीन मैरी अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहीं सोशल मीडिया के अनुसार
अस्पताल के अधीक्षक डॉ. केडी मिश्रा के मुताबिक महिला के परिवार से नीरज श्रीवास्तव ने इस पूरे मामले में शिकायत की। उनकी शिकायत सही पाई गई है। जांच में स्टाफ नर्स की गलती सामने आई है। स्टाफ नर्स पर उचित कार्रवाई की जाए। इससे स्वास्थ्य कर्मियों की भारी लापरवाही साबित होने के साथ कई सवाल भी उठ रहें हैं।
जबकि पहला सवाल एक्सपायर ग्लूकोज़ आया कहाँ से और जब एक्सपायर हो गया तो उसे हटाया क्यों नहीं गया। ऐसे उठते सवाल अस्पताल की व्यवस्थाओं पर प्रश्न लगा रहें हैं। ऐसे में अस्पताल में एक्सपायर दवाएं भी मिल सकती हैं। जब एस्पायर ग्लूकोज को नहीं पकड़ पाए तो दवाओं को कैसे पकड़ पाएंगे। अस्पताल इन्हीं सवालों के घेरे में शामिल हो गया है।
काकोरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मामले की जानकारी मिलते ही बीते रविवार को तत्काल जांच कमेटी गठित कर दी गई है। इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जांचोंपरांत कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
डॉ एनबी सिंह
मुख्य चिकित्सा अधिकारी लखनऊ



